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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

दुर्गा पूजा : इस अनोखे पंडाल में दृष्टिहीन भी देख पाएंगे दुर्गा माँ को!

By निशा डागर

पश्चिम बंगाल में कोलकाता के बालीगंज में समाज सेवी संघ ने अनोखी पहल शुरू की है। जो भी व्यक्ति देख नहीं सकते यानी कि जो आँखों से दिव्यांग हैं, उनके लिए खासतौर पर व्यवस्था की गयी है कि वे इस दुर्गा पूजो में माँ की प्रतिमा से लेकर पंडाल की सजावट तक, सभी कुछ छूकर महसूस कर सकते हैं। 

अजीत डोभाल: भारत का वह पहला आईपीएस अफ़सर जिसे मिला था कीर्ति चक्र!

By निशा डागर

केरल कैडर में 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी और आईबी के पूर्व अध्यक्ष रहे अजीत कुमार डोभाल, जो कि वर्तमान में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं, उन्हें वर्तमान सरकार ने स्ट्रेटजिक पुलिस ग्रुप के प्रमुख अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है। इसके बाद वे देश के सबसे ताकतवर अधिकारी बन गये हैं।

पेरिन बेन कैप्टेन: दादाभाई नौरोजी की पोती, जिन्होंने आजीवन देश की सेवा की!

By निशा डागर

दादाभाई नौरोजी की पोती पेरिन बेन कैप्टेन एक स्वतंत्रता सेनानी व समाज सुधारक थीं। उनका जन्म 12 अक्टूबर 1888 को गुजरात के कच्छ जिले के मांडवी के एक पारसी परिवार में हुआ था। उन्होंने साल 1919 से गांधीजी के साथ काम करना शुरू किया और राष्ट्रीय स्त्री सभा के गठन में अह्म भूमिका निभाई।

एक पैर के दम पर दौड़े 10 किलोमीटर मैराथन, पुणे के जावेद हैं लोगों के लिए प्रेरणा!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के पुणे में 24 वर्षीय जावेद चौधरी ने रविवार को एक 10 किलोमीटर हाफ-मैराथन खत्म किया और इसके बाद वे जमकर नाचे। उनके डांस का यह विडियो सब जगह वायरल हो रहा है। जावेद ने तीन साल पहले अपना एक पैर एक रोड एक्सीडेंट में गंवा दिया था।

विजय पांडुरंग भटकर: वह वैज्ञानिक जिसने बनाया भारत का पहला सुपरकंप्यूटर!

By निशा डागर

भारत में, सी-डैक (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस्ड कंप्यूटिंग) की शुरुआत पुणे में साल 1988 में हुई, जब अमेरिका और अन्य कुछ देशों ने सुपरकंप्यूटर की तकनीक को भारत जैसे विकासशील देशों में भेजने से मना कर दिया। ऐसे में विजय भटकर के नेतृत्व में भारत ने अपना पहला स्वदेशी सुपरकंप्यूटर बनाया था।

हरियाणा का यह चायवाला है भारत का नंबर वन लाइटवेट बॉक्सर, विजेंदर सिंह से मिली प्रेरणा!

By निशा डागर

विजेंदर सिंह को अपना आदर्श मानने वाले राजेश कुमार कसाना लाइटवेट केटेगरी में भारत के नंबर वन बॉक्सर हैं। राजेश भी हरियाणा के भिवानी से हैं और विजेंदर के घर से कुछ ही दूर रहते हैं। अपना घर चलाने के लिए वे चाय की स्टॉल लगाते हैं।

जेरेमी लालरिनुंगा: यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाला पहला भारतीय एथलीट!

By निशा डागर

मिज़ोरम के आइज़ोल से ताल्लुक रखने वाले 15 वर्षीय जेरेमी लालरिनुंगा ने अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में चल रहे यूथ ओलंपिक के दौरान 62 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग केटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है। इसी के साथ जेरेमी यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गये हैं।

शतरंज की वह महिला खिलाड़ी, जिसने पुरुषों को चेस में हराकर बनाई महिलाओं की जगह!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के मुंबई से ताल्लुक रखने वाली रोहिणी खादिलकर का नाम शतरंज की दुनिया का वह नाम है जो चेस खिलाडियों के लिए और खासकर कि लडकियों के लिए एक प्रेरणा है। मात्र 13 साल की उम्र में राष्ट्रीय महिला चेस चैंपियन बनने वाली रोहिणी को वुमन इंटरनेशनल मास्टर होने का भी ख़िताब प्राप्त है। 

पायलट बनने के बाद पंजाब के इस पुत्तर ने अपने गाँव के बुजुर्गों को करवाई मुफ्त में हवाई यात्रा!

By निशा डागर

पंजाब के आदमपुर के सारंगपुर गाँव से ताल्लुक रखने वाले विकास ज्याणी ने पायलट बनने के बाद जो किया है, उस बात ने सबका दिल जीत लिया है। दरअसल, विकास ने अपने गाँव के 22 बुजुर्ग दादा व दादियों को हवाई जहाज की सैर करवाई। इन सभी बुजुर्गों की उम्र 72 साल से उपर है।

केरल : बाढ़ के बाद, इस टेक्नोलॉजी से बनें मात्र 5 लाख रूपये में घर!

By निशा डागर

केरल में बाढ़ के बाद लोगों के लिए सस्ते व प्राकृतिक आपदा के अनुकूल घर बनाने का प्रस्ताव इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्किटेक्ट्स और इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडियन इंटीरियर डिज़ाइनर्स ने दिया है। उन्होंने फेर्रो-सीमेंट टेक्नोलॉजी से घर बनाने का प्रस्ताव दिया है। जिसकी कीमत मात्र 5 लाख रूपये होगी।