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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

दिलवालों की दिल्ली : बेसहारा कुत्तों को सर्दी से बचाने के लिए दिल्लीवाले पहना रहे हैं गर्म कपड़े!

By निशा डागर

दिल्ली में 'हाउस ऑफ़ स्ट्रे' और 'पीपल्स फॉर एनिमल' जैसे एनजीओ इस सर्दी के मौसम में सड़कों पर भटकने वाले कुत्तों के लिए गरम कपड़ें, कम्बल और गद्दे आदि का इंतजाम कर रहे हैं। इनके अलावा दिल्लीवासी भी हर साल अपने इन बेजुबान दोस्तों की मदद करते नजर आते हैं।

'बुक थीफ ओपन लाइब्रेरी': आप भी भेज सकते हैं किताबें इन किताब-चोर बच्चों के लिए!

By निशा डागर

"हर एक बच्चे को अच्छी किताबें पढ़ने का हक है। फिर चाहे वह बच्चा स्कूल जाता हो या नहीं, क्योंकि ज्ञान सिर्फ स्कूल तक सीमित नहीं है। इसीलिए मेरी लाइब्रेरी हर किसी के लिए है!"

हाउसिंग सोसाइटी के बाहर ट्रैफिक की पाठशाला; दादा दादी बने टीचर!

By निशा डागर

उत्तर-प्रदेश के नोयडा जिले में सेक्टर-76 की आम्रपाली प्रिंसले सोसाइटी में रहने वाले बड़े-बुजुर्ग यानी कि सीनियर सिटिज़न का एक समूह रोज सुबह सोसायटी के बाहर पोस्टर लेकर खड़ा हो जाता है। इन पोस्टर पर यातायात सम्बंधित नियम व कानून लिखे होते हैं। 

वाराणसी : ईंट-भट्ठों के किनारे लगती है पाठशाला, 2000 से भी ज्यादा बच्चों को पढ़ा रहे है युवा!

By निशा डागर

उत्तर-प्रदेश के वाराणसी में युवाओं का एक संगठन ईंट के भट्ठों पर मजदूरी करने वाले बच्चों के जीवन को सँवारने की मुहीम चला रहा है। संगठन का नाम है 'मानव संसाधन एवं महिला विकास संगठन' और इसकी शुरुआत की है डॉ. भानुजा शरण लाल ने। इनके प्रयासों से आज लगभग 1000 बच्चों का स्कूल में दाखिला हो चूका है।

चावल की भूसी से फर्नीचर : आईआईटी खड़कपुर के छात्रों के इस आइडिया ने जीता क्लिंटन का चैलेंज!

By निशा डागर

'हल्ट पुरस्कार 2018' की प्रतियोगिता में IIT खड़गपुर की टीम 'मेटल' ने बाजी मार ली है। हल्ट पुरस्कार एक वार्षिक प्रतियोगिता है जिसमें छात्रों की खाद्य सुरक्षा, पानी की उपलब्धता, ऊर्जा, पर्यावरण और शिक्षा जैसे विषयों से जुड़े मुद्दों का हल ढूंढने के लिए चैलेंज किया जाता है।

महाराष्ट्र: पिछले 17 सालों से इस सरकारी अस्पताल में गरीबों को मिल रहा है मुफ़्त खाना और कपड़े!

By निशा डागर

'जलाराम पाणपोई राम रोटी' इस पहल के जरिये आज महाराष्ट्र में विदर्भा जिले के अमरावती शहर में स्थित इर्विन सरकारी अस्पताल के गरीब और जरुरतमन्द मरीजों को हर रोज तीन वक़्त मुफ्त खाना दिया जाता है। इस अभियान की शुरुआत लगभग 17 साल पहले किसंचजी ने की थी। अब इसे रूपम सिंह सूर्यवंशी संभाल रहे हैं।

महाराष्ट्र : आम नागरिक भी अब देख पाएंगे सरकारी फाईलें!

By निशा डागर

महाराष्ट्र सरकार ने एक सरकारी प्रस्ताव जारी किया है जिसमें नागरिकों को हर सोमवार को दो घंटे के लिए सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत राज्य भर में जिला स्तर के कार्यालयों और स्थानीय निकायों में रिकॉर्ड का निरीक्षण करने की इजाजत दी गई है।

गुरुग्राम: पिता ने किडनैपर्स का पीछा कर बचाया बेटी को, आरोपियों को भेजा जेल!

By निशा डागर

हरियाणा के गुरुग्राम में एक दसवीं कक्षा की लड़की अपनी सहेली के घर से अपने पिता के साथ वापिस लौट रही थी। तभी दो लोगों ने उसे खींचकर कार में डाल लिया। लेकिन यहां पर इस लड़की ने पिता ने सूझ-बुझ से काम लिया और तुरंत अपनी बाइक पर कार का पीछा किया। उन्होंने अपनी बेटी को बचाया और शिकायत दर्ज करायी।

देश की एकमात्र महिला कॉन्सटेबल जिन्हें मिला अशोक चक्र!

By निशा डागर

13 दिसंबर 2001 को भारतीय संसद पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में पांच आतंकवादी मारे गये और दिल्ली पुलिस के छह अफसर, संसद में तैनात दो सुरक्षा अधिकारी और एक माली भी शहीद हुए। इन शहीद हुए लोगों में एक कॉन्सटेबल कमलेश कुमारी भी थीं, जो आज इकलौती महिला कॉन्सटेबल हैं जिन्हें अशोक चक्र से नवाजा गया।

घर की छत पर उगा रही हैं 50+ साग-सब्जियाँ, साथ ही बनाती हैं ऑर्गनिक साबुन!

By निशा डागर

तमिलनाडु में चेन्नई निवासी अंजू अगरवाल के टेरेस गार्डन में 50 से भी ज्यादा पेड़ हैं। इनमें शामिल हैं, टमाटर, गाजर, चकुंदर, पलक आदि। उन्होंने 'द आर्गेनिक गार्डन फाउंडेशन' की शुरुआत की है और साथ ही उन्होंने अभी ऑर्गनिक साबुन बनाकर बेचना शुरू किया है।