विटामिन सी से भरपूर नींबू में ढेर सारे औषधीय गुण होते हैं। कोरोना महामारी के इस दौर में नींबू की मांग बढ़ी है क्योंकि यह इम्युनिटी पावर बढ़ाता है। यही वजह है कि बहुत से लोग अपने घर में ही नींबू उगाना चाह रहे हैं। लेकिन इसमें भी समस्या शहरों में रहने वाले लोगों को है, जिनके पास जगह की कमी है। लेकिन अगर आप चाहें तो आप अपने घर की बालकनी या टेरेस पर गमले में नींबू उगा सकते हैं। लेकिन यह कैसे संभव है?
गमले में नींबू उगाने के बारे में 14 साल की उम्र से गार्डनिंग कर रहे गार्डनिंग एक्सपर्ट आकाश जायसवाल ने द बेटर इंडिया के साथ महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। आकाश कानपुर के रहने वाले हैं और उन्होंने अपने टेरेस गार्डन में 250 से अधिक विभिन्न प्रजातियों के पौधे उगाए हैं। इनमें सब्जी, फल, सजावटी पौधे आदि शामिल हैं। वह गमलों के साथ ही ग्रो बैग्स का इस्तेमाल पौधे उगाने के लिए करते हैं। गमले में नींबू उगाने के बारे में उन्होंने विस्तार से जानकारी दी।
ऐसे करें पौधे का चयन
यदि आप अपने गमले में नींबू की अच्छी पैदावार चाहते हैं तो सबसे पहले नर्सरी से बेहतर क्वालिटी का पौधा लें। ध्यान रखें कि यह पौधा कम से कम साल भर पुराना हो। इसकी पहचान इस तरह से कर सकते हैं कि जिस पौधे पर ज्यादा फूल होंगे, वह अधिक फलित होगा।
इस तरह करें गमले का चुनाव
नींबू के पौधे की शाखाएं फैलती हैं, लिहाजा इसे छोटे कंटेनर या गमले में न लगाएँ। सही रहेगा कि अगर आप नींबू के पौधे को 16 से 18 इंच के गमले में लगाएं ताकि इसकी जड़ों को फैलने की पूरी जगह मिल सके और यह अच्छी तरह विकसित हो सकें। ऐसा नहीं करेंगे तो रूट बांडिंग की दिक्कत सामने आएगी। इससे जड़ें पूरी तरह फैल नहीं सकेंगी।
पॉटिंग मिश्रण तैयार करते हुए यह रखें ध्यान
अब पॉटिंग मिश्रण पर आते हैं। आप जब नींबू उगा रहे हैं तो यह ध्यान रखें कि इसकी मिट्टी में 40 फीसदी जैविक खाद, वर्मी कंपोस्ट या गाय के गोबर की खाद होनी चाहिए, बाकी 60 फीसदी गार्डनिंग सॉइल यानी बालू मिश्रित मिट्टी होनी चाहिए।
इसके अलावा मिश्रण की गुणवत्ता पर भी खास ध्यान रखना होगा।
इस तरह करें देखभाल
सबसे पहले इस बात पर ध्यान दें कि गमला जिस स्थान पर रखें, वह सतह उबड़-खाबड़ न हो, बल्कि समतल हो।
यह भी सावधानी बरतें कि जिस जगह गमला रखा हो, वह छाया में न हो। गमला जिस स्थान पर रखा जाए उस सतह पर सूरज की रोशनी सीधी पड़े। इसे बहुत तेज हवा और या फिर अत्यधिक पानी से बचाएँ।
इसमें हर दूसरे तीसरे दिन नियमित रूप से थोड़ा पानी डालें। आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि इसकी हरी पत्तियों को तोड़ें नहीं। नींबू का पौधा लगाने के करीब सवा महीने बाद इसमें हल्की गोबर की खाद डालें। इससे पौधा अच्छी तरह पनप जाएगा।
फूल कम आएं तो यह करें
यदि पौधे में फूल छोटे आएँ हों तो पौधे को पानी देने के बाद शहद छिड़कें। इससे बेहतर पॉलिनेशन होगा और सभी जानते हैं कि इससे अधिक फूल आने की स्थिति बनेगी।
साल भर फल देता है नींबू
नींबू की कई किस्म हैं। जैसे कि कागजी नींबू, बीजरहित, ग्राफ्टेड नींबू आदि। सबसे पहले फलने वाले नींबू में सीडलेस यानी बीजरहित नींबू शामिल है। यह महज दो साल में फल जाता है, वहीं यदि देशी नींबू की बात करें तो उसको फलने में पांच साल तक लग जाते हैं।
इन दिनों सीडलेस नींबू खूब उगाया जा रहा है। नींबू साल भर फल देता रहता है। खास तौर पर इस कोरोना संक्रमण काल में नींबू जैसे महत्वपूर्ण फल जैसा फल कोई दूसरा नहीं।
गरम पानी में नींबू डालकर पीने से कई रोगों से दूर रहा जा सकता है। जैसा कि अभी बताया कि इसे बेहद आसानी से घर में ही उगाया जा सकता है।
कई लोग सीडलेस थाई नींबू, सजावट के लिए चाइनीज नींबू भी उगाते हैं। इन चाइनीज नींबू की खासियत यह है कि यह आकार में छोटे होते हैं और देखने में बेहद खूबसूरत लगते हैं।
नींबू से जुड़े टिप्स पर आधारित वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें।
वैसे एक्सपर्ट आकाश जायसवाल बीते तीन साल से अपना यूट्यूब चैनल चला रहे हैं। गार्डनिंग लवर्स विद आकाश नाम के उनके इस चैनल के इतने कम समय में ही करीब साढ़े छह लाख से भी अधिक सब्सक्राइबर्स हैं।
आकाश हर दिन गार्डनिंग से जुड़े टिप्स अपने चैनल के माध्यम से लोगों से साझा करते हैं। वह कहते हैं कि लोगों को गार्डनिंग के टिप्स देकर उन्हें संतुष्टि मिलती है।
आकाश जायसवाल से आप उनकी ई-मेल आईडी aakashjaiswal0808@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं।
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