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तमिल नाडू

अपनी ही ज़मीन से निकली मिट्टी से बनाया घर, लगाए 800 पेड़-पौधें, न AC, न कूलर, न बिजली बिल

By निशा डागर

तमिलनाडु में पोल्लाची के एक गाँव के रहने वाले रामचंद्रन सुब्रमणियन एक इको-फ्रेंडली घर में रहते हैं, जहाँ उनके बिजली और पानी का बिल एकदम जीरो आता है।

चेन्नई: गंदगी का लगा था अंबार, IAS ने 2000+ पौधे लगा, बीच शहर उगा दिया जंगल

चेन्नई के कोट्टूरपुरम में तीन हजार वर्ग फुट की एक जमीन पर सीमेंट के मलबे और कचरे का अंबार लगा था। ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के क्षेत्रीय उपायुक्त (दक्षिण क्षेत्र) IAS डॉ. एल्बी जॉन वर्गीज ने यहाँ Miyawaki Method से जंगल उगाने का फैसला किया।

बंजर ज़मीन से घने जंगल तक: जानिए कैसे इस शख्स ने लगा दिए 1 करोड़ से भी ज्यादा पेड़-पौधे

By निशा डागर

तमिलनाडु के पुथुराई गाँव के पर्यावरणविद डी. सरवनन पिछले 25 सालों से अरण्य जंगल को संवारने और सहेजने का काम कर रहे हैं!

तमिलनाडु: 2000 साल पुराने इस बाँध से आज भी होती है खेतों की सिंचाई

By निशा डागर

तमिलनाडु में तिरुचिरापल्ली जिले में स्थित कावेरी नदी पर बना 'कल्लनई बांध' न सिर्फ भारत के बल्कि दुनिया के सबसे पुराने बांधों में एक है!

82 की उम्र में पोते ने दी जिम ट्रेनिंग, अब रेगुलर वर्क-आउट से दादी रहतीं हैं बिलकुल फिट

By निशा डागर

अगर आपको भी लगता है कि ढलती उम्र में कैसे कोई एक्सरसाइज कर सकता है तो पढ़िए चेन्नई के इस दादी-पोते की कहानी!

किचन और गार्डन में इस्तेमाल किया सिर्फ वर्षा-जल, हर दिन बचाया 13 हज़ार लीटर पानी

By निशा डागर

सिर्फ साफ़-सफाई के लिए ही नहीं, यह परिवार बारिश का पानी, खाना बनाने और पीने के लिए भी इस्तेमाल करता है।

कोरोना से जंग जीतने के बाद भी मालिक ने नहीं रखा काम पर, तो चेन्नई पुलिस ने दिलाया काम!

By Shashi Shekhar

चेन्नई के केके नगर के एक कॉम्प्लेक्स में 10 साल से अधिक समय तक घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली अम्मा इस वायरस से जूझने के बाद लगभग एक महीने तक काम पर नहीं जा सकीं। यह काम उनकी आजीविका का एकमात्र स्रोत था।

पुराने अख़बारों से बनातीं हैं खूबसूरत गुड़िया, 100 से ज्यादा हैं ग्राहक

By निशा डागर

राधिका को हड्डियों की एक दुर्लभ बीमारी है, जिस वजह से वह ज़्यादा बाहर आ-जा नहीं सकतीं लेकिन अपने हुनर के दम पर अब वह महीने के 8-10 हज़ार रूपये कमा लेतीं हैं।

पिछले एक दशक से गौरेया को बचाने में जुटा है यह शख्स, शहर भर में लगाए 2000 घोंसले!

By निशा डागर

"अगर आपने आस-पास नियमित तौर पर पक्षी आपको दिख रहे हैं तो समझिए कि आप एक स्वस्थ वातावरण में रह रहे हैं और अगर नहीं तो यह चिंता का विषय है।"

IFS अफसर के प्रयासों से पुनर्जीवित हुई सालों से सूखी पड़ी झील; लौट आया जल और जीवन!

By निशा डागर

चेन्नई की ओट्टेरी झील जो कभी सर्दियों में हज़ारों विदेशी पक्षियों का घर हुआ करती थी, 2016 के सायक्लोन वरदा और हर साल पड़ रहे सूखे की वजह से झील पूरी तरह सूख चुकी थी!