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लड़कियों की स्कूली शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए इस कंपनी ने छेड़ी अनोखी मुहिम, जानिए कैसे?

प्रतिष्ठित बाथवेयर कंपनी हिंदवेयर होम्स ने अपने सीएसआर प्रोग्राम के तहत “Build a Toilet, Build her Future” पहल को लॉन्च कर, पूरे भारत के लाखों स्कूली लड़कियों को एक नई उम्मीद देने का संकल्प किया है।

इंदौर ने बनाया देश का पहला Zero Waste वार्ड, कचरे से होती है अब वार्ड-वासियों की कमाई

गंदगी से जूझ रहे शहरों के लिए इंदौर का एक वार्ड नई मिसाल बनकर उभरा है। 4400 से अधिक घरों का वार्ड नंबर 73, देश का पहला जीरो वेस्ट वार्ड है।

15 साल से अपनी गली, मोहल्ले और शहर को साफ कर रहीं हैं 63 वर्षीया रेनू गुप्ता

By निशा डागर

अगर आपको भी लगता है कि आपके घर के पास लगे कूड़े के ढेरों को हटाने और साफ़ करने की ज़िम्मेदारी सिर्फ प्रशासन की है तो पढ़िए दिल्ली की इस महिला की कहानी!

सरकारी शौचालयों की बदहाली देख, खुद उठाया जिम्मा, शिपिंग कंटेनरों से बनायें सैकड़ों शौचालय

अभिषेक ने लू कैफे की शुरुआत, अपनी कंपनी एक्जोरा एफएम के तहत की है। जिसके जरिए, वह सार्वजनिक शौचालयों को नया रूप देने के साथ-साथ, इसके व्यवहार को भी बढ़ावा दे रहे हैं।

बिहार: 45 वर्षीय एक नेत्रहीन व्यक्ति ने बनाया अपने गाँव को खुला शौच मुक्त गाँव!

By निशा डागर

बिहार के गया जिले के फतेहपुर गांव में एक नेत्रहीन व्यक्ति, साधु माझी ने न केवल अपने घर में शौचालय बनवाया, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि गांव के बाकी लोगों को भी जागरूक किया जाये। आज यह गाँव खुला शौच मुक्त गाँव हैं और इसका पूरा श्रेय माझी को ही जाता है।

200 हफ़्तों में 219 स्पॉट्स : बंच ऑफ फूल्स बना रहे हैं अपने शहर को साफ़ और सुन्दर!

पहले ग्रुप के युवा सदस्यों की टोली शहर के गंदे स्थानों का चयन करती है और फिर इसे साफ़ करने की बाकायदा योजना बनाकर काम शुरू करती हे। रविवार या अन्य छुट्टियों के दिन सुबह छ: बजे से ग्रुप के लोग पूर्वनिश्चित स्थान पर सफ़ाई के लिए पहुँच जाते हैं!

रेलवे की नयी पहल : अब बोतल क्रशर मशीन में बेकार बोतल डालिये और 5 रूपये प्रति बोतल कमाइए !

By निशा डागर

बैंगलोर रेलवे डिवीजन ने मुख्य स्टेशनों पर बोतल क्रशर मशीन लगवाई हैं, जिनमें यदि कोई व्यक्ति बेकार बोतल डालता है तो उसे प्रत्येक बोतल के लिए 5 रूपये उसके ई-वॉलेट में दिए जायेंगे। बैंगलोर से पहले इस तरह की मशीनें मैसूर, मुंबई, पुने और अहमदाबाद स्टेशनों पर भी लगाई गयी हैं।

मुंबई के 300 छात्रों ने 2 साल तक हर रविवार साथ मिलकर काम किया और इस गाँव में बना दिये 107 शौचालय।

मुंबई के किशनीचन्द चेलाराम कॉलेज के छात्रों ने महाराष्ट्र के कारवाले गाँव में बना दिये 107 शौचालय

पिता ने ठुकरायी माँग, तो पंचायत ने तोहफे में बनवाया शौचालय!

सुनीथा की, घर में शौचालय बनवाने की माँग को उसके शराबी पिता ने ठुकरा दिया, तब गांव की पंचायत ने इसके लिए एक दिन में शौचालय बनवाकर उसे तोहफे में दिया।