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पोते की एक फरमाइश से शुरू हुआ सिलसिला और अब YouTube पर छा रही है यह दादी

By पूजा दास

सुमन धामने कभी स्कूल नहीं गईं लेकिन आज वह अपने पारम्परिक रेसिपीज के हुनर से YouTube Sensation बन चुकी हैं!

इस बायोगैस प्लांट की वजह से 5000 परिवारों को नहीं पड़ती है LPG की जरूरत, जानिए कैसे !

पुणे स्थित सिस्टेमा बायो कंपनी ने बायोगैस प्लांट विकसित किया है, जिससे गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक के लगभग 5,000 किसानों को एलपीजी की जरूरत नहीं पड़ रही है।

महाराष्ट्र: एक शख्स ने 43 गाँवों के 63 झीलों को उबारा बदहाली से, जानिए कैसे

महाराष्ट्र के भंडारा और गोंदिया जिले के 63 झीलों को पुनर्जीवित कर मनीष ने आदिवासी समुदायों के जीवन में स्थिरता लाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई।

20 वर्षीय छात्र का स्टार्ट अप: बनाई लकड़ी की साइकिल, जो बच्चे की उम्र के साथ होती है बड़ी

पहले इस साइकिल को पुणे में एक मेले में प्रदर्शित किया गया, लेकिन अब यह अमेज़न पर और प्रेम की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।

मिट्टी के बर्तनों की छत व सूखी डालियों के खंभे, प्रकृति की गोद में बना है यह घर

2 एकड़ के भूखंड पर निर्मित इस घर में 800 वर्ग फुट में एक ईंट और कंक्रीट की दीवारों वाला स्विमिंग पूल फैला हुआ है, साथ ही यहाँ ऑर्गेनिक खेत भी हैं, जहाँ कई प्रकार की सब्जियाँ उगाई जाती हैं।

माँ ने अकेले ही पत्तों की झोपड़ी में पाला, आज डॉक्टर व IAS बना यह आदिवासी बेटा

“बचपन से मैं एक डॉक्टर बनना चाहता था ताकि मैं दूसरों की मदद कर सकूँ। लेकिन बड़े होने के बाद मुझे लगा कि लोगों की मदद करने के लिए पहले मुझे उन्हें शिक्षित करके बेहतर अवसर प्रदान करना चाहिए। इसके लिए मैंने सिविल सर्विसेज को चुना।” - डॉ. राजेंद्र भरुद, डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट, नंदुरबार जिला, महाराष्ट्र।

महाराष्ट्र सरकार ने स्कूली छात्रों के लिए 4 भाषाओं में शुरू किए 12 ऑनलाइन चैनल

By निशा डागर

महाराष्ट्र पहला ऐसा राज्य है जिसने 4 भाषाओं में छात्रों के लिए शैक्षणिक चैनल शुरू किए हैं।

20 सालों से बेसहारा और मानसिक तौर पर अस्वस्थ महिलाओं का सहारा हैं यह डॉक्टर दंपति

By निशा डागर

"हमने एक महिला को कूड़े के ढेर पर बैठकर मल खाते हुए देखा और इस दृश्य ने हमें झकझोर कर रख दिया। उसी दिन हमने तय किया कि हमें कुछ करना होगा।" - डॉ. राजेंद्र

लकड़ी से बनी सीढ़ियां और सिलाई मशीन से वॉश बेसिन, यह कपल जीता है पूरी तरह सस्टेनेबल लाइफ!

By निशा डागर

"बहुत-सी चीजें हैं जिनके बिना हम जी सकते हैं और लॉकडाउन ने हमें यह सिखा भी दिया है।"

मुंबई के डॉक्टरों ने शुरू की कोरोना-हेल्पलाइन, बिना किसी फीस के देंगे आपके सभी सवालों के जवाब!

By पूजा दास

हेल्पलाइन का मक़सद लोगों के भीतर घर करने वाले डर और आशंकाओं को कम करना है। इस हेल्पलाइन पर सुबह 8 से रात के 11 बजे तक डॉक्टर कॉल पर उपलब्ध रहेंगे।