सूरत की अनुपमा देसाई के पास जमीन पर पौधे लगाने की जगह नहीं थी, तो उन्होंने अपनी छत को ही अपना बगीचा बनाकर, एक हजार से ज्यादा पौधे लगाए हैं। पिछले एक साल से दूसरों को भी टेरेस गार्डनिंग सीखा रही हैं।
हरियाणा के नारनौल की रहनेवाली, जया भारद्वाज ने अपने बागवानी के शौक को अपना काम बना लिया। आज वह कॉलेज में बॉटनी पढ़ाती हैं और छात्रों को बागवानी करना भी सिखाती हैं।