तेज़ बारिश में कई बार बीज के उग पाने होने की संभावना कम हो जाती है। ऐसे में होम गार्डनर्स, बारिश के मौसम के जाने का इंतज़ार करते हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि सितम्बर का महीना ठण्ड के मौसम में खाई जाने वाली हरी पत्तेदार सब्जियां और कंद वगैरह लगाने के लिए सबसे अच्छा होता है। इस समय मौसम भी ठंडा होता है और तेज़ बारिश से पौधे ख़राब होने का डर भी नहीं होता।
सूरत में अपनी छत पर ढेरों सब्जियां उगानेवाली मीनल पंड्या कहती हैं कि इस समय वह उन सब्जियों को उगाती हैं, जिन्हें अक्टूबर के अंत और नवंबर महीने की शुरुआत में आराम से खाया जा सके।
चलिए जानें, सितम्बर में किन सब्जियों के बीज लगाए जा सकते हैं-
1. मेथी

Plant
मेथी की सब्ज़ी थोड़ी कड़वी ज़रूर होती है, लेकिन इसके कई फ़ायदे होते हैं। इसे घर पर उगाना बेहद आसान है, क्योंकि इसे ज़्यादा खाद-पानी की ज़रूरत नहीं पड़ती है। सितम्बर के महीने में आप इसे आराम से उगा सकते हैं। इसके लिए आप अपने किचन में रखी मेथी के कुछ दानें लें, और इसे सूती कपड़े में बाँधकर पानी में फूलने दें। एक-दो दिन में ही इससे बीज अंकुरित होने लगते हैं। फिर इसे बेहद सावधानी से मिट्टी में लगा दें। मेथी के पौधे को तैयार होने में 8-10 दिन लगते हैं। इनकी पत्तियों की हर 2-3 दिन में कटाई करनी ज़रूरी है, नहीं तो इसका स्वाद कड़वा होने लगता है।
2. सरसों
ठण्ड के मौसम में खाया जाने वाला सरसों का साग भी आप अपने घर में आराम से उगा सकते हैं। अच्छी धूप में इसके बीज बढ़िया तरीक़े से उगते हैं। इसके लिए आपको सरसों का बीज, पॉटिंग मिक्स और एक छोटे से गमले की ज़रूरत होगी। सबसे पहले आप पॉटिंग मिक्स तैयार करें; इसके लिए 60% साधारण मिट्टी, 20% रेत और 20% वर्मीकंपोस्ट या गोबर की खाद मिलाएं। फिर गमले में पॉटिंग मिक्स भरकर इसे ऐसी जगह पर रख दें जहाँ अच्छी धूप आती हो।
अब आप गमले में सरसों के बीज डाल दें। ऊपर से हल्की-हल्की मिट्टी डालें और स्प्रिंकल यानी छिड़काव करके पानी दें, ताकि बीज अपनी जगह पर ही रहें। ये पौधे लगभग डेढ़-दो हफ़्तों में ही इतने बड़े हो जाएंगे, कि आप ऊपर से पत्ते काटकर साग बना सकते हैं।
3. मूली
सर्दी के मौसम में मूली की बात ही कुछ और होती है। मूली का पराठा कई घरों का पसंदीदा नाश्ता माना जाता है। इसमें विटामिन सी होते है, जो हमें इन्फेक्शन्स से लड़ने में मदद करता है।
आप किसी चौड़े और बड़े टब में भी मूली उगा सकते हैं। इसको उगाने के लिए सबसे पहले पॉटिंग मिक्स तैयार कर लें। इसके लिए 50% नार्मल मिट्टी, 50% वर्मीकम्पोस्ट या घर में बनी कम्पोस्ट और नीम की खली का इस्तेमाल करें।
अब आप बाज़ार से मूली के बीज खरीदें और सैपलिंग ट्रे में इसके छोटे-छोटे पौधे तैयार कर लें। आप चाहें तो इसे सीधे बड़े गमले में भी उगा सकते हैं। एक-एक इंच की दूरी पर सभी बीजों को लगाएं। कुछ दिन तक ऊपर से पानी का छिड़काव करते रहें। तक़रीबन 15 दिनों में ये अंकुरित हो जाएंगे और दो से ढाई महीनों में आपके खाने के लिए मूली तैयार हो जाएगी।
4.लहसुन
लहसुन के साथ-साथ इसके पत्ते भी स्वाद और हेल्थ से भरपूर होते हैं। लहसुन को घर में उगाना बेहद आसान है। अगर आप सितम्बर के महीने में इसके बीज लगाएंगे, तो आराम से एक-दो महीने में इसे हार्वेस्ट कर सकते हैं। चलिए जानें लहसुन उगाने का सबसे आसान तरीका-
इसके लिए आप सबसे पहले लहसुन की कलियों को बिना छिलका उतारें अलग-अलग कर लें। गमले में मिट्टी, रेत और खाद मिलाकर भर दें। अब इस मिट्टी में थोड़ी-थोड़ी दूरी पर इन कलियों को लगा दें। कलियाँ लगाते समय ध्यान रहे कि सिरे वाला हिस्सा ऊपर की तरफ हो और जड़ वाला हिस्सा नीचे। अब नियम से इसे पानी देते रहें। लगभग एक-दो हफ़्तों में कलियाँ अंकुरित हो जाएँगी और पौधे आने लगेंगे।
गमले को ऐसी जगह रखें जहाँ अच्छी धूप आती हो। एक महीने में ये लहसुन के पौधे इतने बड़े हो जाएंगे कि आप साग के लिए इनके पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपको पूरे लहसुन चाहिए तो इनकी लगातार देखभाल करते रहें। पोषण के लिए, केले के छिलके पानी में भिगोकर रखें और फिर इस पानी को पौधों में डाल दें। क़रीबन तीन महीनों में गमले में लहसुन तैयार हो जाएगा।
5. पालक
ज़्यादा ठण्ड शुरू होने से पहले और बारिश के बाद जब मौसम थोड़ा ठंडा होता है, तब पालक की सब्ज़ी आराम से उगाई जा सकती है। इसके लिए आपको बहुत ही कम सामान की ज़रूरत पड़ती है। इसके पॉटिंग मिक्स के लिए आप 60% नार्मल मिट्टी और 40% ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करें। इसे उगाने के लिए आप ग्रो बैग या टूटे प्लास्टिक टब का इस्तेमाल कर सकते हैं। पालक के बीज आसानी से किसी भी नर्सरी में या ऑनलाइन मिल जाते हैं।
आप रात भर इसके बीजों को पानी में डुबोकर रखें और सुबह इन्हें गमले में रोप दें। थोड़े-थोड़े बीजों को गमले में डालें और ऊपर से थोड़ी और पॉटिंग मिक्स डालें। स्प्रे बोतल की मदद से पानी छिड़कें, और इसे अच्छी धूप में रखें। तक़रीबन हफ़्ते भर में छोटी पत्तियां निकलने लगेंगी। एक-एक दिन छोड़कर पानी का छिड़काव करते रहें। आप देखेंगे कि महीने भर में आपके पालक बड़े हो जाएंगे। फिर, ऊपर-ऊपर से इसकी कटिंग करके दो से तीन बार पालक हार्वेस्ट कर सकते हैं।
आशा है यह जानकारी आपके काम आएगी। सितम्बर के महीने में आप कौन सी सब्ज़ी लगाते हैं? अपने गार्डनिंग अनुभव हमारे साथ ज़रूर शेयर करें।
हैप्पी गार्डनिंग!
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