सर्दियों का मौसम आने वाला है। बाजार में हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ ही मौसमी फलों की मांग बढ़ने लगती है। ऐसे में अक्टूबर में ही हरी सब्जियों की बुआई शुरू कर देनी चाहिए। दरअसल, सर्दियों के लिए हरी और पौष्टिक सब्जियों को बोने का सबसे सही समय अक्टूबर ही है। अगर आप किचन गार्डनिंग करते हैं, तो सर्दी के मौसम के लिए सब्जी लगाने की तैयारी आज से ही शुरू कर दें।
गार्डनिंग एक्सपर्ट की मानें, तो सितम्बर में आप जिन-जिन सब्जियों को नहीं लगा पाए थे, उन्हें अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही लगा लेना चाहिए। अंगुल (ओडिशा) की स्वेता पांडा अपने गार्डन में ढेरों सब्जियां लगाती हैं। विशेषकर सर्दियों में वह देसी और एक्जॉटिक सभी प्रकार की सब्जियां लगाती हैं, जिनके बीज वह अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही बो देती हैं।
जानिए कौन-कौन से बीज लगा सकते हैं अक्टूबर में-
1. मेथी
ठण्ड के मौसम के लिए आप अपने घर पर रखे मेथी के बीजों से ही मेथी लगा सकते हैं। सर्दियों में आपको मेथी के अच्छे पत्तों की फसल मिलेगी, जिससे आप मेथी के पराठे, सब्ज़ी आदि बना सकते हैं। इसे उगाना बेहद आसान है।
सबसे पहले मेथी के बीजों को 24 घंटे भिगोकर रखें।
मिट्टी में आप कोकोपीट या फिर रेत और खाद मिला सकते हैं। अच्छी उपज के लिए आप थोड़ा-थोड़ा वर्मीक्युलाईट और पर्लाईट भी मिला सकते हैं।
अब आप या तो ऊँगली से लाइन बनाकर बीज मिट्टी में डाल सकते हैं या फिर सीधा बुरक सकते हैं और इनके ऊपर हल्की-हल्की मिट्टी डाल दें।
अब आप ऊपर से पानी का स्प्रे करें।
ध्यान रहे कि मिट्टी बहुत ज्यादा न सूखे, नहीं तो बीज खराब हो जाएंगे।
एक हफ्ते में बीज अंकुरित हो जाएंगे और आपको सैप्लिंग दिखने लगेंगे।
लगभग 15-20 दिन में पौधे और बड़े हो जाएंगे।
पौधों में नियमित पानी देने के साथ-साथ आप हर 15 दिन में सरसों खली का लिक्विड स्प्रे बनाकर पौधों को दे सकते हैं।
लगभग डेढ़ महीने में मेथी इतनी बड़ी हो जाएगी कि आप इसके ऊपर के पत्ते काटकर इस्तेमाल कर पाएंगे। सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसके ऊपर से पत्ते काटेंगे, तो थोड़े दिन बाद यह और बढ़ जाएगी। इस तरह से सीजन में आप कई बार मेथी की उपज ले पाएंगे।
2 ब्रॉकली:
यह एक एक्ज़ॉटिक फसल है, जो आजकल आराम से बाज़ार में मिल जाती है, लेकिन इसे घर के गार्डन में बिना केमिकल के उगाना भी बहुत आसान है।
सितंबर से लेकर नवंबर तक आप ब्रॉकली उगा सकते हैं। आप बीज से यह सब्जी उगा सकते हैं। सबसे पहले आप ऐसा गमला लें, जिसमें अच्छा ड्रेनेज सिस्टम हो।
पॉटिंग मिक्स तैयार करके आप इसमें ब्रॉकली के बीज छिड़क दें और फिर इन्हें हल्का सा दबा दें।
अब एक और मिट्टी की लेयर डालने के बाद, हल्का सा पानी स्प्रे करें।
शुरुआत में ऐसी जगह चुनें, जहाँ बहुत ज्यादा धूप न आती हो। इसके लिए सिर्फ 2 घंटे पर्याप्त हैं। पानी भी आप ज़रूरत के हिसाब दें।
लगभग 10 दिनों बाद पौधे उगने लगेंगे और अब आप इसे धूप में रख सकते हैं।
लगभग 20 दिन बाद आप इन पौधों को दूसरे गमलों में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
एक गमले में आप एक ही पौधा लगाएं, ताकि ब्रॉकली अच्छे से ग्रो करे।
पौधों को ट्रांसप्लांट करें और ध्यान रहे कि अब ब्रॉकली के पौधे को ट्रांसप्लांट करने के 4 दिन बाद, सीधी धूप चाहिए, तो सही जगह का चुनाव करें।
अब हर 15-20 दिन में पौधों को जैविक खाद देते रहें, ताकि इसे अच्छा पोषण मिले।
लगभग 3 महीने बाद हार्वेस्ट करने के लिए आपकी ब्रॉकली तैयार होगी।
3 चुकंदर
ठंड की एक और बेहतरीन सब्जी है चुकंदर यानी बीटरूट, जिसे आप आराम से घर पर उगा सकते हैं।
इसके बीज आराम से ऑनलाइन या नर्सरी में मिल जाते हैं। आप एक बढिया पॉटिंग मिक्स तैयार करें, आप मेथी के लिए इस्तेमाल हुआ मिश्रण ले सकते हैं।
अब मिट्टी में इसके बीजों को डालें। ध्यान रहे, हर बीज के बीच कम से कम एक इंच की दूरी हो।
अब ऊपर से कुछ मिट्टी डालकर इन्हें दबा दें और थोड़ा पानी का छिड़काव करें।
24 दिन के अंदर बीज अंकुरित हो जाएंगे।
अब आप इस नन्हें पौध को किसी बड़े गमले या फिर अपने बगीचे की मिट्टी में रोप सकते हैं।
चुकंदर को ज्यादा धूप की ज़रूरत नहीं होती। इसे ऐसी जगह पर रखें, जहां सिर्फ 4-5 घंटे की धूप आती हो। हफ्ते में सिर्फ एक बार पानी दें और घर पर बनी खाद का इस्तेमाल करें। पौधा जब बढ़ने लगे, तो उसके कुछ हफ्तों बाद ही, उसमें खाद डालें। 90 दिन के अंदर चुकंदर बढ़कर तैयार हो जाएंगे।
4. हरे प्याज़ का साग या स्प्रिंग अनियन
आप अपने घर में उपलब्ध प्याज़ से भी यह उगा सकते हैं। हरे प्याज उगाने का फायदा यह होता है कि इसमें आपको साग तो मिलता ही है, साथ ही, आपको मौसम के अंत में बीज भी मिल जाते हैं, जिन्हें आप अगले सीज़न के लिए रख सकते हैं। सबसे पहले अपने घर से चार-पाँच प्याज लें और ध्यान रहे कि प्याज अच्छी क्वालिटी की हो।
इनके छिलके को उतारे बिना ही, बस जड़ वाले हिस्से को काट लें। यह वही हिस्सा होता है जिसे अक्सर हम कचरे में फेंक देते हैं।
प्याज की कटिंग लेकर आप अपना पॉटिंग मिक्स तैयार करें।
आप जो भी गमला या प्लांटर इस्तेमाल करें, ध्यान रहे कि उसका ड्रेनेज अच्छा हो। इसमें पानी ठहरना नहीं चाहिए क्योंकि अगर पानी ठहरा तो प्याज खराब हो जाएगी।
अब गमले में तैयार मिट्टी में हल्का सा गड्ढा करके उसमें प्याज की कटिंग को लगा दें। ध्यान रहे कि जड़ वाला हिस्सा नीचे की तरफ रहे और अब ऊपर से इन्हें मिट्टी से ढक दें।
अब पानी स्प्रे करें।
जब मिट्टी सूखी लगे, तभी पानी दें। अनावश्यक पानी न दें।
लगभग एक महीने में आपके हरे प्याज़ बढ़ने लगेंगे।
आप इससे कई बार हरा साग हार्वेस्ट कर सकते हैं।
5. लहसुन
प्याज़ के साथ-साथ लहसुन भी लगभग हर सब्ज़ी में इस्तेमाल होता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसे भी आप लहसुन की जड़ से ही उगा सकते हैं। लहसुन को अक्टूबर या नवंबर में उगाया जाता है।
सबसे पहले एक अच्छा-सा लहसुन लें और फिर सीडलिंग तैयार करने के लिए गमले में पॉटिंग मिक्स तैयार करें।
अब इसमें पानी डालें और ध्यान रहे कि गमले में अच्छा ड्रेनेज सिस्टम हो।
अब लहसुन की कुछ कलियाँ लें और उन्हें मिट्टी में लगा दें।
ध्यान रहे कि जड़ वाला हिस्सा नीचे की तरफ रहे और इन्हें मिट्टी में दबा दें।
ज़रूरत के हिसाब से पानी दें।
20 दिनों में आपके पौधे तैयार हो जाएंगे और अब इन्हें ट्रांसप्लांट करें।
अलग-अलग गमलों में पौधों को लगाने के बाद इनमें पानी और लिक्विड स्प्रे देते रहें।
लगभग एक-डेढ़ महीने में पौधे बढ़ने लगेंगे और दो ढाई महीने में आपको उपज मिलेगी।
तो अगर आपने अभी तक ठण्ड के मौसम की सब्जियां नहीं उगाई हैं, तो देर न करें और आज ही अपने पसंद की सब्जियों के बीज लगाएं।
हैप्पी गार्डनिंग!
संपादनः अर्चना दुबे
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