केरल के कासरगोड के रहनेवाले देवकुमार नारायणन और उनकी पत्नी UAE में एक इंजीनियर के रूप में काम कर रहे थे। लेकिन, 2018 में उन्होंने नौकरी छोड़ अपने गांव में ‘पपला’ कंपनी की शुरुआत की, जिसके तहत वह सुपारी के पत्तों से कई इको-फ्रेंडली सामान बना रहे हैं।
वाराणशी सुब्रया भट के नेतृत्व में सुपारी किसानों ने 1973 में कर्नाटक के मंगलुरु में Campco कंपनी का गठन किया था, जो आगे चलकर भारत की तीसरी सबसे बड़ी चॉकलेट कंपनी बनी।