Powered by

Latest Stories

HomeTags List भारत सरकार

भारत सरकार

फील्ड मार्शल के. एम. करिअप्पा, जिन्होंने सही मायनों में सेना को 'भारतीय सेना' बनाया!

फील्ड मार्शल के. एम. करिअप्पा को बहुत-सी ऐसी बातों के लिए जाना जाता है, जो भारत में पहली बार हुईं। पर फिर भी उनकी सबसे अहम पहचान है कि उन्होंने ही हमारी सेना को सही मायने में भारतीय सेना बनाया है। वे स्वतंत्र भारत में वे भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ बने।

सतपाल सिंह : जिन्होंने सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त जैसे कुश्ती के धुरंधरों को विश्व चैंपियन बनाया!

By निशा डागर

कुश्ती के खेल में भारत का नाम रौशन करने वालों कि फ़ेहरिस्त 'महाबली' सतपाल सिंह का नाम भी शामिल होता है। सतपाल सिंह ने अपने करियर के दौरान 16 बार नेशनल चैंपियनशिप जीतीं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते। उन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण, द्रोणाचार्य अवॉर्ड जैसे सम्मानों से भी नवाज़ा गया है।

20 रूपये की यह अनोखी शीशी किसानों को लाखों कमाने में मदद कर रही है, जानिए कैसे!

By निशा डागर

राष्ट्रीय जैविक खेती केंद्र द्वारा तैयार किये गये वेस्ट डीकम्पोज़र से किसानों को बहुत फायदा मिल रहा है। इसकी मदद से किसान खेतों की उर्वरकता बढ़ा सकते हैं और साथ ही, इसे किचन आदि से निकलने वाले कचरे में मिलाकर जैविक खाद तैयार कर सकते हैं। वेस्ट डीकम्पोज़र की शीशी आपको मात्र 20 रूपये में मिल जाएगी।

झलकारी बाई : झाँसी की रानी की परछाई बन, जिसने खदेड़ा था अंग्रेज़ों को!

By निशा डागर

झलकारी बाई का जन्म 22 नवम्बर 1830 को उत्तर प्रदेश के झांसी के पास के भोजला गाँव में एक निर्धन कोली परिवार में हुआ था। बताया जाता है कि रानी लक्ष्मी बाई की ही तरह उनकी बहादुरी के चर्चे भी बचपन से ही होने लगे थे। झलकारी बाई को युद्ध के दौरान ‎4 अप्रैल 1858 को वीरगति को प्राप्त हुई।

साल 2008 में काबुल में शहीद हुए दो आईटीबीपी सैनिकों को मिलेगा कीर्ति चक्र!

By निशा डागर

इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के दो कॉन्सटेबल को भारत सरकार द्वारा कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है। पंजाब के पठानकोट से ताल्लुक रखने वाले अजय सिंह पठानिया और हिमाचल प्रदेश के मंडी के रहने वाले कॉन्स्टेबल रूप सिंह ने 7 जुलाई, 2008 को काबुल में भारतीय दूतावास में बहुत सी जानें बचाने के लिए अपनी परवाह नहीं की।