जयपुर के डॉ. श्रवण यादव ने MNC में काम करने और Ph.d. की पढ़ाई करने के बाद वर्मीकम्पोस्ट बनाने का काम शुरू किया, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसानों को जैविक खेती करने में मदद कर सकें। आज वह इससे महीने के तक़रीबन दो लाख रुपये कमा रहे हैं।
हरियाणा के करनाल में रहने वाले इंजीनियर, निर्मल सिंह सिद्धू ने MNC की नौकरी छोड़कर केंचुआ खाद बनाने का काम शुरू किया। आज वह अपनी वर्मीकम्पोस्टिंग यूनिट, 'हरकिरपा ऑर्गेनिक्स' चला रहे हैं, जिससे उन्हें लाखों की कमाई हो रही है।