"हमारे आस-पास बहुत से लोग हैं जो मदद करना चाहते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि कैसे करें। वहीं दूसरी तरफ, बहुत से लोगों को मदद की ज़रूरत है। हम इन दोनों तबकों के बीच का सेतु बनाना चाहते हैं ताकि सही मदद सही लोगों तक पहुँच सके।"
जहाँ सुरेंद्र और उनकी टोली लोगों के पास जाकर कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क का वितरण कर रही है, वही उनकी पत्नी, आशा दिन-रात सिलाई मशीन पर मास्क बनाने का कार्य करतीं हैं।