इंदौर में रहने वाली 65 वर्षीया चेतना भाटी को बचपन से ही बागवानी से काफी लगाव था। उन्होंने टेरेस गार्डनिंग की शुरुआत, 4 साल पहले सात-आठ फूलदार पौधों से की थी और आज उनके पास 150 से अधिक पौधे हैं। पढ़िए बागवानी की यह प्रेरक कहानी!
सूरत की अनुपमा देसाई के पास जमीन पर पौधे लगाने की जगह नहीं थी, तो उन्होंने अपनी छत को ही अपना बगीचा बनाकर, एक हजार से ज्यादा पौधे लगाए हैं। पिछले एक साल से दूसरों को भी टेरेस गार्डनिंग सीखा रही हैं।