मेटपल्ली (तेलंगाना) के प्रभाकर अल्लादी ‘प्रभात इंडस्ट्रीज़' नाम की एक कंपनी चलाते हैं। हाल ही में उन्होंने अपने बनाए मल्टीपर्पस बेड के लिए पेटेंट हासिल किया है। यह एक ऐसा बेड है जो शौचालय, पुश-बैक सीट, हैंड शॉवर, वॉश बेसिन और स्टोरेज जैसी सुविधाओं के साथ आता है।
तेलंगाना के इंजीनियर दीपक रेड्डी ने एक ऐसी मल्टी हार्वेस्टिंग मशीन बनाई है, जो बंजर जमीन से पत्थरों और चट्टानों को खोदकर उन्हें बाहर निकाल फेंकती है। यह आलू, प्याज और अन्य जड़ों वाली सब्जियों की भी खुदाई कर सकती है।
वारंगल जिले में गोपालपुरम गाँव के रहने वाले राजू मुप्परापु ने एक सामान्य साइकिल में बदलाव करके इसे सौर ऊर्जा से चलने वाली साइकिल में तब्दील कर दिया है। इससे पहले भी वह कई आविष्कार कर चुके हैं।
डॉक्टर से आईपीएस बने संग्राम सिंह पाटिल तेलंगाना के मुलुगु और जयशंकर भूपलपल्ली जिला में बतौर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस नियुक्त हैं। आईपीएस पाटिल ने इलाके के आदिवासी परिवारों के लिए नियमित मुफ्त मेडिकल कैंप लगाने का अभियान शुरू किया है ताकि उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके।
हैदराबाद की रहने वाली एक गृहिणी, दर्शा साई लीला अपनी छत पर 600 से अधिक पौधों की बागवानी करती हैं, जिसमें आम, नारंगी, लीची, अमरूद, ड्रैगन फ्रूट, से लेकर एवोकाडो तक शामिल हैं।
तेलांगना के सूर्यापेट जिले में रहने वाले 17 वर्षीय अशोक गोर्रे ने पुरानी और बेकार चीजों का इस्तेमाल करके एक 4 इन 1 मल्टी-पर्पस टूल बनाया है जो धान, कपास और मिर्च की खेती में काम आता है!