केरल के रहने वाले डॉ. जोजो जॉन ने पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पहले इलेक्ट्रिक कार ली और फिर सोलर सिस्टम लगवाया और आज वह न के बराबर बिजली और पेट्रोल पर खर्च कर रहे हैं!
गीताराम, महाराष्ट्र के पुणे जिला के न्हावरे गाँव के रहने वाले हैं। उन्होंने खुद से विंडमिल और सोलर प्लांट विकसित कर, अपने गाँव को भीषण बिजली संकट से उबारा।
भारतीय रेलवे के जिन स्टेशनों को अब तक सोलर ऊर्जा से लैस किया गया है उनमें जयपुर, नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, कोलकाता, गुवाहाटी, वाराणसी, सिकंदराबाद, और हैदराबाद आदि शामिल हैं।
कोच्चि स्थित क्राफ्टवर्क सोलर नाम की कंपनी ने एक ऐसा मशीन तैयार किया है, जिसमें इडली और अन्य उबले हुए खाद्य पदार्थों को सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करते हुए बनाया जा सकता है।
"मुझे लगता है कि देश का भविष्य सोलर एनर्जी में है। खासतौर पर गाँव के हर घर में सोलर प्लांट होना चाहिए क्योंकि इससे एक तो आपको 24 घंटे बिजली मिलेगी और साथ ही, एक बार की लागत के बाद आपको कोई खर्चा नहीं करना पड़ेगा!"- किसान नरेंद्र कुमार
"इस कठिन दौर में हम सभी की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी अपने परिवार से दूर रहते हैं, वे लगातार काम कर रहे हैं। तपती गर्मी में वे सड़क पर हैं, यह जानलेवा भी हो सकता है। हमारे शहर में पहले भी ऐसी घटनाएं हुई हैं। लॉकडाउन ने सभी को एकजुट किया है और सब एक-दूसरे की मदद भी कर रहे हैं। एक इंजीनियरिंग छात्र के रूप में, यह मेरा योगदान है।”