हिमाचल प्रदेश में लाहौल जिले के रहने वाले सुशील कुमार पिछले लगभग डेढ़-दो सालों से अपने व्यापर मंडल में आने वाली सभी दुकानों और ढाबों आदि से प्लास्टिक और काँच के कचरे को लैंडफिल में जाने से रोक रहे हैं!
''आमतौर पर मेरी वॉक से पास-पड़ोस के लोग ज्यादा जुड़ते हैं, मुझे काफी अच्छा लगता है जब खुद बांद्रावासी मेरे साथ अपनी ही जडों को टटोलने निकल पड़ते हैं और अचानक उन्हें लगता है कि वे एलिस इन वंडरलैंड की तरह हैं।''