वेब सीरीज पंचायत में उपप्रधान के किरदार से लोगों के दिलों में बसने वाले फैसल मलिक को जब लुक्स की वजह से काम नहीं मिल रहा था, तो वह लोगों से कहते अगर किसी को काला मोटा और गंदा दिखने वाले आदमी की जरुरत है तो मुझे बुला लो, दूसरों को न सही लेकिन फैसल को अपने हुनर पर भरोसा था और आज उसी भरोसे और स्ट्रगल के दम पर उन्होंने अपनी खास पहचान बनाई है।
प्रियंका तिवारी, उत्तर प्रदेश के राजपुर ग्राम पंचायत की सरपंच हैं। एक साल के भीतर ही उन्होंने गांव में कई बदलाव किए हैं। उन्होंने गांव में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक के साथ ग्रेवाटर रीसाइक्लिंग, एक श्मशान घाट और एक लाइब्रेरी भी शुरू की है।
केरल के शंकरन मूसाद वज़क्कड़ पंचायत में रहते हैं। वे 56 साल के हैं। शंकरन मूसाद एक रिटायर्ड क्लर्क हैं। वह भारत सरकार द्वारा एकल उपयोग में आने वाली प्लास्टिक के वस्तुओं को खत्म करने को लेकर चलाए जा रहे अभियान में अपना योगदान दे रहे हैं।