हरियाणा के जींद में ईगराह गांव के रहने वाले अशोक कुमार वशिष्ठ, एक प्रगतिशील किसान हैं। मात्र दसवीं तक पढ़े अशोक पिछले कई सालों से मशरूम का उत्पादन कर रहे हैं।
2013 के उत्तराखंड आपदा की वजह से देहरादून की हिरेशा वर्मा के जीवन में भी एक बड़ा बदलाव आया। आपदा में बेसहारा हुई महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए, उन्होंने मशरूम की खेती शुरू की और अपने साथ कई लोगों को ट्रेनिंग दी। आज उनकी कंपनी विदेश तक मशरूम पहुंचा रही है।