मिलिए जबलपुर में फलों की खेती से जुड़े 47 वर्षीय किसान संकल्प सिंह परिहार से, जिन्होंने कभी परिवार के खिलाफ जाकर खेती को अपनाया था और आज अपनी खेती को ही फायदे का बिज़नेस बना लिया है। उनके बागानों में देशी-विदशी कई दुर्लभ किस्मों के आम कड़ी सुरक्षा में उगते हैं।
राजस्थान के एटॉमिक पावर स्टेशन में एक ठेकेदार के तौर पर काम करनेवाले, एस शिवगणेश ने 2010 में नौकरी छोड़कर किसानी करने की ठानी। अब वह एक सफल किसान हैं। खेती में Intercropping से उन्हें सालाना 16 लाख रुपये की कमाई हो रही है।