महाराष्ट्र के बीड जिले के नंदगौल गाँव के रहने वाले संदीप गिते ने विपरीत परिस्थितियों में पपीता-तरबूज की जैविक खेती शुरू की, जिससे कि उन्होंने 7 महीने में 3 लाख की कमाई कर ली। इससे प्रेरित होकर गाँव के 50 अन्य किसानों ने भी फलों की खेती शुरू कर दी।
रिटायर्ड प्रोफेसर अशोक व अन्य लोगों के प्रयास से पिछले दो मानसून सीजन में गाँव में पानी के टैंकर बुलाने की जरूरत नहीं पड़ी है। जिला परिषद ने गाँव को सूखामुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया।