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बेकार कांच की बोतलों से क्राफ्ट आइटम बना शुरू किया स्टार्टअप, महीने की कमाई 40 हज़ार रुपये

By निशा डागर

अपर्णा कचरे में पड़ी पुरानी कांच की बोतलों को अपसायकल करके होम डेकॉर की चीजें बनातीं हैं!

लॉकडाउन में फंसे युवक ने शुरू की गार्डनिंग, उगाएं 30 से भी ज्यादा किस्म के फल-सब्जियां

By निशा डागर

कभी अपने भारतीय होने पर झिझक महसूस करने वाले सीजो को अब अपनी मिट्टी की सही पहचान हो रही है, जो चाहे तो पूरे विश्व का पेट भर सकती है।

मिसाल: केरल के मलप्पुरम में इस दंपत्ति ने अपने बेटे के साथ पास की 12वीं की परीक्षा!

By Shashi Shekhar

कहते हैं जब जागो तभी सवेरा, केरल के इस दंपत्ति ने 12वीं की परीक्षा पास करने के लिए रविवार की कक्षाओं में दाखिला लिया ताकि वे अपना बिज़नेस भी संभाल सकें और पढ़ भी सकें।

IIT मद्रास के पुर्व छात्र ने बनाया अनोखा अस्पताल, फोल्ड करके कहीं भी ले जा सकते हैं

By निशा डागर

“किसी भी महामारी से लड़ने के लिए ज़रूरी है कि हमारे पास बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं हों। शहरों में तो फिर भी यह सुविधा है लेकिन गांवों में नहीं।” - श्रीराम रविचंद्रन

चल नहीं सकते लेकिन झील से हर रोज़ प्लास्टिक कचरा साफ़ करते हैं राजप्पन

By निशा डागर

राजप्पन की तारीफ करते हुए अभिनेता रणदीप हुड्डा ने लिखा, "कोई देश के प्रति अपना प्यार कैसे दिखा सकता है? शायद इस तरह से। प्यार अक्सर काम में झलकता है, केवल शब्दों और सोशल मीडिया पर नहीं। राजप्पन जी को सलाम है। देशभक्ति का असली चेहरा।”

खुद उगातीं हैं कटहल, निम्बू और आम और फिर प्रोसेसिंग कर बनातीं हैं 100 से ज़्यादा उत्पाद

By निशा डागर

कुसुमवती बतातीं हैं कि लॉकडाउन के दौरान भी वह अपने उत्पादों के ज़रिए महीने के लगभग 10 हज़ार रुपये कमाने में सफल रही हैं!

IFS अफसर की पहल, पॉलिथीन की जगह नारियल के छिलके से बने गमलों में करा रहीं हैं पौधे तैयार!

By निशा डागर

उनकी इस पहल से लगभग 90 लाख पॉलिथीन लैंडफिल में जाने से रुकेंगी और यह पर्यावरण के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा!

केरल: मिलकर सब्ज़ियाँ उगा रहे हैं ये पड़ोसी, चार घरों की हो रही है आपूर्ति!

By निशा डागर

"सिर्फ दो महीने की मेहनत से हमें इतनी उपज मिली कि यह हमारे चार परिवारों के लिए पर्याप्त से भी ज्यादा है। हमें कहीं बाहर से सब्जियां खरीदने की ज़रूरत ही नहीं है, बल्कि दूसरे लोग हमारे यहाँ आकर सब्जियां लेकर जाते हैं।"