महाराष्ट्र के एक गरीब किसान की बेटी, ऐश्वर्या श्रीकृष्ण पवार ने कनाडा के अल्बर्टा यूनिवर्सिटी में एमएससी के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन दिया और पहले ही एटेम्पट में इंटरव्यू में सलेक्ट हो गईं।
मध्य प्रदेश के डिंडोरी की रहनेवाली दुर्गा बाई व्योम को सरकार ने पद्म श्री से सम्मानित किया है। लेकिन उनके यहां तक पहुंचने की राह काफी मुश्किल रही है। पढ़िए उनकी प्रेरक कहानी!
53 वर्षीया रंजू कुमारी बीते दो दशकों से एएनएम के रूप में काम कर रही हैं। उन्हें कोरोना काल में लोगों की दिन-रात सेवा करने के लिए 'राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
भारत में महिलाओं की स्थिति काफी सोचनीय है। उन्हें अपने घर से लेकर पूरे समाज में कई तरह की हिंसा और भेदभाव से गुजरना पड़ता है। लेकिन ‘ब्रेकथ्रू इंडिया संस्था’ ने अपने प्रयासों से समाज में एक नई उम्मीद कायम की है। जानिए कैसे!
झूलन गोस्वामी ने अपने 19 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 600 से अधिक विकेट लिए हैं। यह कारनामा करने वाली, वह दुनिया की पहली महिला गेंदबाज हैं। जानिए उनके ‘बॉल गर्ल’ से यहां तक पहुंचने की कहानी!
यात्रा की शौक़ीन केरल की मित्रा सतीश ने अपने 10 साल के बेटे के साथ, एक शानदार रोड ट्रिप पूरी की है। उन्होंने दक्षिण भारत से लेकर, देश के पूर्वोतर राज्यों के गांवों में छिपी कला को करीब से जानने के लिए, 16,804 किलोमीटर की यात्रा की।
जयपुर की अनुपमा तिवाड़ी, पिछले 12 साल से पौधे लगा रही हैं। अब तक उन्होंने 15000 से ज्यादा पेड़-पौधे लगाए हैं। उनके जीवन का लक्ष्य एक लाख पेड़-पौधे लगाना है।
दिल्ली में पाँच महिलाओं ने मिलकर ‘काकुल’ नाम से एक ऐसे मंच को शुरू किया, जहाँ न सिर्फ पर्यावरण के अनुकूल और हाथों से बने सौ से अधिक उत्पादों को बेचा जाता है, बल्कि इससे दूसरी महिला उद्यमियों को भी बढ़ावा मिल रहा है। पढ़िये एक प्रेरक कहानी।
दार्जिलिंग की रहने वाली यूडेन आंटी, फिलहाल दिल्ली में "दार्जिलिंग स्टीमर्स” रेस्टोरेंट चलातीं हैं। लेकिन, एक अकेली माँ होने के कारण, उन्हें इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। देखिये उनकी प्रेरक कहानी।