यूँ ही नहीं लोग बारिश के पानी को अमृत नहीं कहते। ग्राउंड वॉटर रिचार्ज करने या स्टोर करने इस्तेमाल करने के अलावा भी कई और तरिके से काम आ सकता है बारिश का पानी।
देसी जुगाड़ के सामने कभी कभी बड़े-बड़े आविष्कार भी फेल हो जाते हैं। ऐसा ही एक जुगाड़ू ट्रैक्टर बनाया है उत्तर प्रदेश के एक AC मकैनिक ने। चलिए जानें ऐसा क्या बनाया उन्होंने जिसकी वजह से वह इंटरनेट पर वायरल हो गए।
चाहते हुए भी आप घर के गीले कचरे से खाद सिर्फ इसलिए नहीं बनाते, क्योंकि आपको लगता है कि यह एक लम्बा प्रोसेस है और इससे पुरे घर में दुर्गन्ध फैल जाती है। तो पावनी लोला का आविष्कार है आपके काम की चीज।
राजस्थान की तेज धूप में जहां पीने को पानी नहीं ऐसी जगह अगर विनोद भारती मोती की सफल खेती करके इसे विदेशों तक बेच सकते हैं तो आप भी मोती की खेती से संवार सकते हैंअपना भविष्य।
चलने-फिरने में असक्षम मरीज और बुजुर्गों के लिए टॉयलेट का इस्तेमाल बिनी किसी की मदद के कर पाना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन अब इस मुश्किल को आसान बनाने के लिए कोयम्बटूर की श्रुति बाबू ने किया है कमाल का आविष्कार ।
पौधे उगाने हैं, गार्डन बनाना है, लेकिन उगाएं कैसे? जगह ही नहीं है 😐 ऐसी शिकायतों के लिए दो दोस्तों ने एक ऐसा आविष्कार किया है, जिसकी मदद से आप सिर्फ 4 sq ft जगह में 32 पौधे उगा सकते हैं! खुद ही देख लीजिए!
रतलाम के दो भाइयों ने शुरू की थी मध्यप्रदेश की पहली हाइड्रोपोनिक नर्सरी, जिससे आज वह लाखों रुपयों का टर्नओवर कमा रहे हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यह नर्सरी उन्होंने जुगाड़ से बनाई थी।
चाहे आप अपार्टमेन्ट में रहते हों या पूरे परिवार के साथ, आपका खुद का Home Gym बनाने का सपना अब पूरा हो सकता है। आपके घर की एक दिवार पर महज 4x2 फ़ीट की जगह में फिट हो जाएगा यह जिम।