कहते हैं आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है! लेकिन यह कहावत सिर्फ उनके लिए है जिनके अंदर बदलाव के लिए कदम उठाने और कुछ बदलने का जज़्बा होता है। 12 साल की शालिनी के उसी जज़्बे की वजह से आज कई दिव्यांगों और बुजुर्गों की मदद हो पा रही हैं।
कभी देखा है एक ऐसा वॉटर फ़िल्टर जो आपकी पानी की बोतल में लग जाए और मिनटों में पानी को प्यूरीफाय कर दें। अगर नहीं तो जरूर देखिए कैसे और किस घटना से प्रेरित होकर एक युवा इंजीनियर ने बनाया देश का सबसे सस्ता और छोटा वॉटर फ़िल्टर।
यूँ ही नहीं लोग बारिश के पानी को अमृत नहीं कहते। ग्राउंड वॉटर रिचार्ज करने या स्टोर करने इस्तेमाल करने के अलावा भी कई और तरिके से काम आ सकता है बारिश का पानी।
देसी जुगाड़ के सामने कभी कभी बड़े-बड़े आविष्कार भी फेल हो जाते हैं। ऐसा ही एक जुगाड़ू ट्रैक्टर बनाया है उत्तर प्रदेश के एक AC मकैनिक ने। चलिए जानें ऐसा क्या बनाया उन्होंने जिसकी वजह से वह इंटरनेट पर वायरल हो गए।
चाहते हुए भी आप घर के गीले कचरे से खाद सिर्फ इसलिए नहीं बनाते, क्योंकि आपको लगता है कि यह एक लम्बा प्रोसेस है और इससे पुरे घर में दुर्गन्ध फैल जाती है। तो पावनी लोला का आविष्कार है आपके काम की चीज।
राजस्थान की तेज धूप में जहां पीने को पानी नहीं ऐसी जगह अगर विनोद भारती मोती की सफल खेती करके इसे विदेशों तक बेच सकते हैं तो आप भी मोती की खेती से संवार सकते हैंअपना भविष्य।
चलने-फिरने में असक्षम मरीज और बुजुर्गों के लिए टॉयलेट का इस्तेमाल बिनी किसी की मदद के कर पाना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन अब इस मुश्किल को आसान बनाने के लिए कोयम्बटूर की श्रुति बाबू ने किया है कमाल का आविष्कार ।
पौधे उगाने हैं, गार्डन बनाना है, लेकिन उगाएं कैसे? जगह ही नहीं है 😐 ऐसी शिकायतों के लिए दो दोस्तों ने एक ऐसा आविष्कार किया है, जिसकी मदद से आप सिर्फ 4 sq ft जगह में 32 पौधे उगा सकते हैं! खुद ही देख लीजिए!