इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास के साइंटिस्ट और ISMO बायो-फोटोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक, इकराम खान ने कम लागत वाली 3डी प्रिंटिंग प्रणाली विकसित की है, जिससे छोटा ब्रेन ऑर्गेनाइड बनाया जा सकेगा।
छत्तीसगढ़ धीरे-धीरे लेकिन स्थिरता से कुपोषण के मुद्दे को हल कर रहा है और झारखंड, राजस्थान, असम और ओडिशा जैसे अन्य राज्य, बेशक इससे सीख लेकर अपने यहाँ भी इस तरह की योजनायें और कार्यक्रम शुरू कर सकते हैं।
''अब जब गाँव जाता हूँ तो लोग ख़ुशी-ख़ुशी बताते हैं कि अब हमारा इलाज हो गया है। नवजात शिशु को मेरे पास लेकर आते हैं और कहते हैं कि कैसे संगी एक्सप्रेस के माध्यम से उनके जीवन में बदलाव आया है। मैं इन गाँव वालों के चेहरों पर खुशी देखता हूँ तो लगता है कि बाइक एम्बुलेंस शुरू करना सबसे बेहतर कदम था।''
Punjab की 52 वर्षीय डॉ. हरशिंदर कौर पिछले 24 सालों से Punjab-Haryana में 'कन्या भ्रूण हत्या' जैसी कुरूति के खिलाफ़ लड़ रही हैं। उनके प्रयासों को न केवल भारत से बल्कि कनाडा, युएसए, मलेशिया, जैसे देशों में भी समर्थन मिला है। डॉ. कौर की वजह से ही दोनों राज्यों के ग्रामीण इलाकों में जागरूकता आई है।