गुजरात, पोरबंदर के एक छोटे से गांव बेरन के रहनेवाले रामदे और भारती खुटी ने लंदन में नौकरी छोड़कर भारत में खेती से जुड़ने का फैसला किया। आज अपने यूट्यूब चैनल के जरिए वे अपने गांव के प्रति प्यार को दुनिया को दिखा रहे हैं और इससे अच्छे पैसे भी कमा रहे हैं।
कच्छ का भुज शहर, अपनी रेतीली मिट्टी और कम वर्षा के लिए जाना जाता है, लेकिन भुज के गोर परिवार ने एक ऐसा हरा-भरा आशियाना बनाया है, जो पूरी तरह से इको फ्रेंडली है और आत्मनिर्भर है।
वडोदरा, गुजरात के मोहनलाल चौहान (77) और उनकी पत्नी लीलाबेन (71) ने अपनी 47 साल पुरानी बुलेट में, 30 हजार किलोमीटर की भारत यात्रा की हैं। चार बड़ी और शानदार ट्रिप के दौरान घूमें देश के सभी राज्य।
नवसारी, गुजरात के रहने वाले जाकिर हुसैन और शमशाद जाकिर हुसैन, जैविक तरीकों से गुलाब की खेती करते हैं और इसके फूल से गुलकंद, गुलाबजल और फेसपैक जैसे उत्पाद बनाकर ग्राहकों तक पहुँचा रहे हैं। इस काम से वह महीने भर में 25 हजार रूपये से ज्यादा की कमाई कर लेते हैं।