गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश की रहने वाली शालिनी गर्ग, नौकरी के साथ-साथ, पिछले दस सालों से गार्डनिंग भी कर रही हैं। आज उनके टेरेस गार्डन में 300 से ज्यादा पेड़-पौधे हैं।
महाराष्ट्र में ठाणे की रहने वाली गार्डनिंग एक्सपर्ट, 37 वर्षीया एनेट मैथ्यू बता रही हैं कि आप छुट्टियों के दौरान, घर से दूर रहकर भी पौधों को पानी देने के साथ-साथ, उनकी देखभाल भी कर सकते हैं। पढ़िए ये लेख!
कोल्हापुर, महाराष्ट्र के रहने वाले इंजीनियर सिद्धार्थ भाटवडेकर ने अपनी 23 साल पुरानी वॉशिंग मशीन को कबाड़ में देने की बजाय, इसे खुद अपसायकल करके इससे दो कंपोस्टिंग बिन बनाई हैं। वह अब तक कई #DIY प्रोजेक्ट्स करके कुत्ते के रहने के लिए कैनल, 'बर्ड बाथ’ ‘फीडर' जैसी कई चीजें बना चुके हैं।
मुंबई की प्रीति पाटिल बता रही हैं कि कैसे मुंबई पोर्ट ट्रस्ट की रसोई से निकलने वाले जैविक कचरे को डिस्पोज़ करने के लिए, उन्होंने इसकी छत पर ही टैरेस गार्डनिंग शुरू की और 116 पेड़-पौधे लगा दिए।