मणिपुर के मोइरंगथेम लोइया के 300 एकड़ के जंगल में पौधों की 100 से ज़्यादा किस्में हैं, बांस की लगभग 25 किस्में हैं, यहां हिरण, साही और सांप की प्रजातियां भी हैं। करीब 20 साल पहले यह ज़मीन बंजर थी।
कोई काम असंभव नहीं होता, इसके जीते- जागते उदाहरण हैं, जादव पायेंग। जादव ने अपनी मेहनत के दम पर 4 करोड़ से भी ज्यादा पेड़ लगाकर, माजुली द्वीप पर एक जंगल तैयार किया है। पढ़ें कैसे किया उन्होंने यह कमाल।