"एक बार दो महीने मेहनत करके मेरे पिता ने मक्के के बीज बोए, खाद डाला,पौधे भी हुए लेकिन समय पर बारिश नहीं हुई तो पूरी फसल बर्बाद हो गयी। तब पापा ने मुझसे कहा कि बेटा आगे जाकर कुछ ऐसी पढ़ाई करो जिससे हमारी ये समस्या ख़त्म हो सकें। तब से मैंने इसके बारे कुछ करने का ठान ली।"
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में तलिता गाँव के रहने वाले, 74 वर्षीय गुरुचरण प्रधान एक रिटायर्ड शिक्षक और किसान हैं। उन्होंने 'कृषक साथी' नाम से एक कृषि यंत्र बनाया है, जो अकेला ही 10 यंत्रों का काम कर सकता है।