पेशे से रजिस्ट्री कार्यालय में कॉपी राइटर का काम करनेवाले नदिया (पश्चिम बंगाल) के चंदन विस्वास पहले रेडियो मैकेनिक का काम करते थे। विज्ञान के प्रति अपने लगाव के कारण उन्होंने हाल ही में खुद से अपने लिए एक EV बनाई है, जो सोलर पैनल की मदद से बिना किसी खर्च के चलती है।
बचपन से ही विज्ञान में रूचि रखने वाले वड़ोदरा के 18 वर्षीय, बारहवीं के छात्र नील शाह ने एक सोलर साइकिल बनाई है। खास बात यह है कि साइकिल में लगे सोलर पैनल की मदद से इसकी बैटरी चार्ज होती है और यह आराम से एक ई-बाइक में बदल जाती है।