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"मैंने Remdesivir के लिए रु. 12000 दिए, मुझे ठगा गया", जाने आप कैसे रह सकते हैं सावधान

By प्रीति महावर

द बेटर इंडिया की एक स्टाफ मेम्बर संचारी पाल, अपने पिता के इलाज के लिए Remdesivir की खोज में थीं। इस दौरान, इंटरनेट पर किसी शख्स ने उन्हें नकली दवा देकर, उनसे 12 हजार रूपये ठग लिए। वर्तमान में, पश्चिम बंगाल में रह रहीं, संचारी उस घटना के बारे में विस्तार से बता रही हैं।

कोविड-19 के इलाज में प्लाज़्मा थेरेपी का क्या है रोल? जानिए डॉक्टर की राय

By निशा डागर

कोविड-19 के इलाज में प्लाज़्मा थेरेपी के उपयोग पर चिकित्सा समुदाय के लोगों की अलग-अलग राय है। जानिए इस बारे में इन चार डॉक्टरों का क्या कहना है।

प्लाज़्मा डोनेशन से जुड़े हर सवाल का जवाब दे रहे हैं एक्सपर्ट डॉक्टर

By प्रीति महावर

अगर आप प्लाज़्मा दान करना चाहते हैं, लेकिन उससे पहले कुछ सवालों के जवाब चाहते हैं, तो इस लेख को ज़रूर पढ़ें।

केरल के इस शिक्षक ने सरकारी स्कूल को बना डाला एक ब्रांड, डॉक्टर, आईएएस बनाता है यह स्कूल!

By पूजा दास

“मैंने अपनी बीएड पूरी की थी और यह मेरी पहली पोस्टिंग थी। सच कहूं तो, मैं स्कूल के रिजल्ट से घबरा गया था और तुरंत वहां से तबादला चाहता था।"

कोविड-19 : रोगियों की सेवा के लिए अफ्रीका की आरामदायक ज़िंदगी छोड़ मुंबई लौटीं यह डॉक्टर!

By पूजा दास

डॉ. दिव्या सिंह कहती हैं, "संकट के समय अगर मैं अपने देश की मदद नहीं कर सकती हूं तो मेरे डॉक्टर होने का क्या मतलब है।" डॉ दिव्या लोगों की सेवा में दिन-रात लगी हुई हैं। वह पूरा दिन पीपीई किट पहनती हैं इसके लिए उन्होंने अपने बाल तक कटवा लिए हैं।

कोविड-19: महिला इंजीनियरों ने बनाया डिवाइस, डॉक्टरों और नर्सों का काम किया आसान!

चारों तरफ फैली इस महामारी में स्वास्थ्य संस्थानों या अस्पतालों के बोझ को कम करने और डॉक्टरों एवं नर्सों की सेहत को सुरक्षा प्रदान करने के लिए मरीजों की नॉन-कॉन्टैक्ट स्क्रीनिंग होनी चाहिए। हम जिस डिवाइस के बारे में बात करने जा रहे हैं यह ठीक ऐसे ही काम करती है। #COVID19 #Lockdown

लद्दाख: बौद्ध भिक्षु ने खोल दिए अपने अस्पताल के द्वार, कोरोना मरीज़ों का हो रहा मुफ्त इलाज

By पूजा दास

“मैं इस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले लोगों के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहूंगा। वे परिवार से दूर अपने कर्तव्य के प्रति अटूट भावना के साथ काम कर रहें हैं।”

हमराही: आदिवासियों के इलाज के लिए झोपड़ी में शुरू किया अस्पताल, 21 साल से कर रहे हैं सेवा!

"इस क्षेत्र में काम करने का सबसे चुनौतीपूर्ण पहलू था उनको विश्वास दिलाना कि मैं सच में एक डॉक्टर हूँ और दूसरा ब्रेन हमरेज के रोगियों का इलाज करना वो भी जगह व बिजली जैसी मूल सुविधा के बिना।"

"मेरी माँ उनकी हँसी और मुस्कुराहट में ज़िंदा हैं, जिन्हें उनकी वजह से जीने का सेकंड चांस मिला!"

By निशा डागर

"किसी को नहीं पता था कि क्या हुआ? डॉक्टर्स ने उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए कहा। लेकिन जब वहां पहुंचे तो कहा गया कि बहुत देर हो चुकी है।"