मेरठ के रहनेवाले मनीष भारती, अपने गाँव से ‘भारती मिल्क स्पलैश' ब्रांड नेम के साथ शहरभर में दूध बेच रहे हैं। इसके साथ ही, वह एक कैफ़े और ऑर्गेनिक स्टोर भी चलाते हैं। पढ़ें कैसे, MBA की पढ़ाई के बाद गाँव में रहकर ही उन्होंने बनाई अपनी पहचान।
गुजरात के बनासकांठा ज़िले की रहनेवाली नवलबेन चौधरी, पशु पालन का बिज़नेस करती हैं और एशिया की सबसे बड़ी ‘बनास डेयरी’ में हर रोज़ लगभग एक हज़ार लीटर दूध जमा करवाकर, हर महीने 8-9 लाख रुपए कमाती हैं।
मिलिए उत्तराखंड की सुपरवुमन बबीता रावत से, जिन्होंने 19 साल की छोटी-सी उम्र में अपनी पढ़ाई छोड़े बिना, एक एकड़ की जमीन पर खेती की, मशरूम उगाए, दूध बेचा और एक नर्सरी की शुरुआत की।
बेहतर जीवनशैली की तलाश में, गुजरात के चार भाई छोटे से गांव से निकलकर, अमरेली शहर आ गए। वहां उन्होंने पान और कोल्ड ड्रिंक्स की एक छोटी सी दुकान शुरु की। आज उनके पास 500 से ज्यादा फूड प्रोडक्ट्स हैं और वे अंतर्राष्ट्रीय बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं।