साल 2019 में, बीटेक सेकंड ईयर की पढ़ाई के समय विशाल श्रीवास्ताव ने सूखा प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जिसके बाद मानो उनके जीवन को एक नई दिशा मिल गई। तब से वह अलग-अलग संस्थाओं से जुड़कर पौधा रोपण का काम करने में लग गए और अब तक लाखों पौधे लगा चुके हैं।