ओड़िशा के रहने वाले सूरज कुमार बेहरा के पिता एक अस्पताल के सामने चाय की रेहड़ी लगाते हैं। बचपन से ही सूरज का सपना था कि वह डॉक्टर बनें। लेकिन कोचिंग की फ़ीस भरने तक के पैसे नहीं थे। पढ़ें, ऐसे हालातों के बावजूद सूरज ने कैसे NEET क्रैक करके बदली अपनी और परिवार की क़िस्मत।
UPSC की परीक्षा में सफल रहे छात्रों से जानिए, दिल्ली के राजेंद्र नगर के उनके शानदार सफ़र के बारे में। उनका यह सफ़र कितना आसान और सुविधाजनक रहा बता रहे हैं - मनोज खर्डे, प्रियंका बर्वे और प्रसाद।