कोलकाता की ईशानी सरकार The Bohemian Store नाम से एक हैंडमेड डेकॉर शॉप चला रही हैं। पेशे से इंजीनियर ईशानी जब पढ़ाई कर रही थीं, उसी वक्त से वह ड्रीमकैचर बनाकर बेच रही थीं। आज वह अपने क्राफ्ट की वजह से पहचानी जाती हैं।
यात्रा की शौक़ीन केरल की मित्रा सतीश ने अपने 10 साल के बेटे के साथ, एक शानदार रोड ट्रिप पूरी की है। उन्होंने दक्षिण भारत से लेकर, देश के पूर्वोतर राज्यों के गांवों में छिपी कला को करीब से जानने के लिए, 16,804 किलोमीटर की यात्रा की।
रांची, झारखंड की रहने वाली शोभा कुमारी, पिछले 27 सालों से हैंडीक्राफ्ट के क्षेत्र में काम कर रही हैं। अपने संगठन ‘सृजन हैंडीक्राफ्ट्स’ के जरिए, वह हैंडीक्राफ्ट बैग और मिट्टी की गुड़िया जैसी चीज़ें बना रही हैं। उन्होंने अब तक हजार से ज्यादा महिलाओं को निःशुल्क ट्रेनिंग दी है। साथ ही, वह 40 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार भी दे रही हैं।
राधिका को हड्डियों की एक दुर्लभ बीमारी है, जिस वजह से वह ज़्यादा बाहर आ-जा नहीं सकतीं लेकिन अपने हुनर के दम पर अब वह महीने के 8-10 हज़ार रूपये कमा लेतीं हैं।