उत्तराखंड की रहनेवाली माउंटेन गर्ल शीतल, साल 2018 में दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा पर चढ़ने वाली सबसे युवा महिला बनीं। उनकी यह उपलब्धि 'गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में भी दर्ज हुई।
उत्तराखंड के देहरादून में रहनेवाले हर्षित सहदेव ने 2018 में Himshakti स्टार्टअप की शुरुआत की, जिसके तहत वह न सिर्फ भारत में, बल्कि दूसरे देशों में भी जैविक और प्राकृतिक खाद्य उत्पाद पहुंचा रहे हैं।
उत्तराखंड के कौसानी में रहने वाले कार्तिक भट्ट और उनके पिता, भुवन मोहन भट्ट, जैविक तरीकों से खेती कर, अपनी उपज 'पहाड़वाला' नाम से, देश के अलग-अलग कोनों में ग्राहकों तक पहुँचा रहे हैं।
उत्तराखंड में बागेश्वर जिले के सामा गाँव में रहने वाले 72 वर्षीय भवान सिंह, कीवी की खेती और नर्सरी तैयार कर रहे हैं, जिससे वह सालाना 10 लाख रुपए से ज्यादा कमाते हैं।
UPSC की परीक्षा में सफल रहे छात्रों से जानिए, दिल्ली के राजेंद्र नगर के उनके शानदार सफ़र के बारे में। उनका यह सफ़र कितना आसान और सुविधाजनक रहा बता रहे हैं - मनोज खर्डे, प्रियंका बर्वे और प्रसाद।
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में सिरकोट गाँव के रहने वाले 55 वर्षीय जगदीश चंद्र कुनियाल ने पिछले 30 सालों में लगभग 15000 पेड़-पौधे लगाकर, गाँव के पुराने झरने को एक बार फिर से जीवित कर दिया है।
देहरादून के मोथरोवाला में रहने वाली, मालती हलदार ने लॉकडाउन में अपनी नौकरी खोने के बाद, आपदा को अवसर में बदलते हुए, अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए, 'Mal_Cui' नाम से अपने एक होम किचन की स्थापना की। अब, वह पांच महिलाओं को रोजगार दे रही हैं।