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'सफलनामा...एक चुस्की उम्मीद की'

सफलनामा! एक कमरे से काम शुरू कर, दिव्या रावत ने कैसे खड़ा किया करोड़ों का बिज़नेस?

By अर्चना दूबे

आज उत्तराखंड में खेती-किसानी के क्षेत्र में दिव्या एक जाना-माना नाम हैं। लोग उन्हें ‘मशरूम गर्ल’ के नाम से जानते हैं। साल 2016 में उन्हें नारी शक्ति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

सफलनामा रूमा देवी का! घूँघट से निकलकर तय किया रैंप वॉक तक का सफ़र

By अर्चना दूबे

रुमा देवी की कहानी पढ़कर आपको भी यकीन हो जाएगा कि राजस्थान में बाड़मेर के छोटे-से गाँव रावतसर से आने वाली यह महिला वाकई नारी-शक्ति का प्रतीक है।

सफलनामा! चूड़ियां बेचने से लेकर सीरियल ऑन्त्रप्रेन्यॉर तक, पढ़ें कमल कुंभार की कहानी

By अर्चना दूबे

महाराष्ट्र के उस्मानाबाद की रहनेवाली कमल कुंभार को गरीबी के कारण न तो बचपन में शिक्षा मिली और न ही शादी के बाद प्यार। लेकिन आज वह छह अलग-अलग बिज़नेस की मालकिन हैं और एक रोल मॉडल भी।

सफलनामा! 2 रुपये से शुरुआत कर कल्पना सरोज कैसे बनीं करोड़ों की मालकिन?

By अर्चना दूबे

महाराष्ट्र की रहनेवाली कल्पना सरोज ने 16 साल की उम्र तक हर तरह की तकलीफें झेलीं, लेकिन हार न मानकर आगे बढ़ते हुए, उन्होंने कमाल ही कर दिखाया।

सफलनामा! कभी बेटी के लिए जूते खरीदने तक के नहीं थे पैसे, आज खड़ी कर दी शूज़ इंडस्ट्री

By अर्चना दूबे

गरीबी ने मणिपुर के काकचिंग की मुक्तामणि देवी को अपनी बेटी के लिए जूते सिलने पर मजबूर कर दिया था और अब वह 'मुक्ता शूज़ इंडस्ट्री' की मालिक हैं और उनके जूते विदेशों तक में जाते हैं।