छोटे किसानों की मदद के लिए 10वीं पास ने बना दिया महज़ 40 हज़ार का सस्ता और छोटा ट्रैक्टर

असम के सीरियल इनोवेटर कनक गोगोई का बनाया छोटा और किफायती ट्रैक्टर, किसानों की मदद करने के साथ-साथ, बेरोज़गार युवाओं को खेती से जोड़ने के लिए काफी उपयोगी है। कनक को उनकी ग्रेविटी ऑपरेटेड साइकिल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है।

kanak gogoi (1)

गुवाहाटी में रहनेवाले सीरियल इनोवेटर कनक गोगोई, पिछले दो दशकों से भी ज्यादा समय से लोगों की ज़िंदगी आसान बनाने के लिए इनोवेशन कर रहे हैं। उनकी कोशिश रहती है कि वह लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए काम करें। हाल ही में, उन्होंने एक कम लागत वाला ट्रैक्टर बनाया है। गोगोई को उनके कई आविष्कारों के लिए सम्मानित भी किया गया है।

हालांकि, उनके पिता चाहते थे कि वह पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी करें। लेकिन मशीनों से प्यार करने वाले कनक को किताबों से लगाव कभी हुआ ही नहीं। उन्होंने जोरहाट में कई मकैनिकल वर्कशॉप्स में काम सीखा और इसके साथ-साथ वह डेयरी से दूध लेकर बेचने जाने लगे। बाद में एक स्थायी नौकरी की तलाश में उन्होंने जल विभाग के लिए बतौर कॉन्ट्रेक्टर काम करना भी शुरू किया।  

छोटी सी वर्कशॉप में करते हैं बड़े-बड़े आविष्कार, बनाया छोटा ट्रैक्टर

Kanak gogoi at his workshop
Kanak gogoi at his workshop

एक स्थायी नौकरी मिलने के बाद, कनक का मशीनों के लिए प्यार फिर से जाग उठा और गुवाहाटी में एक छोटी सी जगह में वर्कशॉप बनाकर काम करने लगे। यहां उन्होंने अपने आइडियाज़ पर काम करते हुए एक के बाद एक कई मशीनें बनाईं। पिछले दो दशकों में उन्होंने 10 से भी ज्यादा इनोवेशन्स किए हैं। इसकी शुरूआत साल 1997 में पावर हंग ग्लाइडर से हुई और अभी हाल ही में उन्होंने एक छोटे और अलग मॉडल का ट्रैक्टर बनाया है।

उन्होंने ग्रेविटी ऑपरेटेड साइकिल, शैलो वॉटर बोट, फ्लाइंग मशीन से लेकर कंप्रेस्ड एयर टेक्नोलॉजी कार, ग्रीन इलेक्ट्रिक कार, एनर्जी जनरेटेड डिवाइस और मल्टी पर्पज़ ट्रैक्टर जैसी कई कमाल की चीज़ें बनाई हैं।

उन्होंने यह नया ट्रैक्टर लॉकडाउन के दौरान तैयार किया। यह ट्रैक्टर आकार में काफी छोटा है और छोटे किसानों के लिए एकदम सही भी। 40 हज़ार रुपये से भी कम कीमत वाले इस ट्रैक्टर में पीछे हल और कोई भी छोटी ट्राली लगाई जा सकती है। उनका कहना है, “लॉकडाउन और महामारी की वजह से बहुत से लोगों की नौकरी गई है। हज़ारों लोग अपने घरों को वापस लौटे हैं। ऐसे में, सबसे अच्छा यही है कि लोग अब अपने खेतों की तरफ लौटें।"

अगर कोई खेती करना चाहता है, लेकिन लाखों का ट्रैक्टर नहीं खरीद सकता है, तो वह कनक के ट्रैक्टर का डिज़ाइन लेकर बनवा सकता है या फिर उन्हें यहां ऑर्डर दे सकता है।

यह भी पढ़ेंः 10वीं पास इलेक्ट्रीशियन का कमाल, कई सुविधाओं वाला हॉस्पिटल बेड बना मरीज़ों के लिए वरदान

Related Articles
Here are a few more articles:
Read the Next Article
Subscribe