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विज्ञान चाहे कितनी भी तरक्की कर ले, भारतीयों को हमेशा से जुगाड़ ही ज्यादा पसंद आते हैं और एक आम भारतीय अपनी ज़रूरत की जो चीज़ें खरीद नहीं पाते, उन्हें जुगाड़ से बना ही लेते हैं। जुगाड़ भी ऐसा जो कम दाम और फालतू के सामान से बन जाए। ऐसे ही एक छोटे से जुगाड़ू कारीगर हैं, श्री मुक्तसर साहिब, (पंजाब) के प्रज्जवल सोनी भी। हाल ही में प्रज्जवल ने अपनी 12वीं की परीक्षा पास की है। लेकिन पिछले दो सालों से वह पढ़ाई के साथ-साथ, एक यूट्यूब चैनल भी चला रहे हैं।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उन्होंने एक या दो नहीं, बल्कि पिछले दो सालों में करीबन 200 जुगाड़ू आविष्कार किए हैं।
द बेटर इंडिया से बात करते हुए वह बताते हैं, “मुझे बचपन से ही कुछ न कुछ चीज़ें बनाने का शौक़ रहा है। मैं इधर-उधर से देखकर, पढ़कर कुछ न कुछ बनाता रहता था।"
सातवीं क्लास से कर रहे हैं जुगाड़ू आविष्कार
प्रज्जवल एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं। उनके पिता एक जिम ट्रेनर हैं और उनकी माता एक गृहिणी हैं। प्रज्जवल घर पर जो भी छोटी-छोटी चीज़ें बनाते थे, उसे उनके माता-पिता भी खूब पसंद करते और हमेशा उन्हें प्रोत्साहित करते रहते थे। अपनी बनाई सबसे पहली चीज़ के बारे में बात करते हुए वह कहते हैं, “सबसे पहले मैंने घर पर मौजूद चीजों से एक पंखा बनाया था। फिर मैंने कई अलग-अलग चीजों से अलग-अलग तरीके के पंखे बनाए।"
इसके बाद तो प्रज्जवल ने कूलर, टॉर्च, मोबाइल चार्जर जैसी कई चीज़ें बनाना शुरू कर दिया। शुरुआत में उन्हें घरवालों से बाहर से कुछ खरीदने के लिए पैसे नहीं मिलते थे, इसलिए वह कोशिश करते थे कि जो भी चीज़ें घर में मौजूद हैं, उसके उपयोग से ही कुछ बनाया जाए।
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यूट्यूब पर दूसरों को भी सिखाते हैं जुगाड़
प्रज्जवल ने जैसे ही अपनी दसवीं की परीक्षा पास कर ली, उन्होंने एक यूट्यूब चैनल खोलने के बारे में सोचा। उन्होंने बाकायदा अपने माता-पिता से परमिशन लेकर अपने यूट्यूब चैनल की शुरुआत की है । वह बताते हैं, “मैंने अपने मम्मी-पापा को पहले कई अलग-अलग यूट्यूबर्स के वीडियोज़ दिखाए। मैंने उन्हें यह भी बताया कि यूट्यूब से अच्छी कमाई भी हो सकती है।"
प्रज्जवल की रुचि को देखते हुए उनके माता-पिता ने भी उन्हें ज़रूरी मदद करने का फैसला किया। अब उन्हें वीडियो़ज के लिए सामान खरीदने के पैसे आसानी से मिलने लगे। बस फिर क्या था, वह एक से बढ़कर एक चीज़ें बनाने लगे। उन्होंने खाली डिब्बे से एक ब्लूटुथ स्पीकर, वाशिंग मशीन, टूटे टीवी से कूलर, पोर्टेबल चार्जर जैसी कई चीज़ें बनाई हैं।
वह ये सारी चीज़ें सिर्फ खुद ही नहीं बनाते, बल्कि अपने चैनल के ज़रिए लोगों को भी उसे बनाने का तरीका सिखाते हैं। वह चाहते हैं कि उनकी तकनीक सीखकर ज़रूरतमंद लोग भी इसका फायदा उठाएं।
यूट्यूब के लिए वीडियो बनाने और इसे एडिट करके अपलोड करने जैसे सारे काम उन्होंने खुद ही इंटरनेट के ज़रिए सीखे हैं। वह अपनी पढ़ाई के साथ-साथ, ये सारे काम भी करते रहते हैं।
एक ह्यूमन ड्रोन बनाना चाहते हैं प्रज्जवल
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न सिर्फ जुगाड़, बल्कि उन्होंने तकनीक का इस्तेमाल करके, एक ऑटोमेटिक स्मार्ट डस्टबिन भी बनाया है। इस डस्टबिन का ठक्कन कचरा पास आते ही अपने आप खुल जाता है। उन्होंने इसमें सेंसर का इस्तेमाल किया है। वह बताते हैं कि उनके घर में अब उनका बनाया टॉर्च और स्पीकर ही इस्तेमाल होता है।
एक बार उनकी मम्मी की एक मित्र ने उन्हें वॉशिंग मशीन बनाने को भी कहा था, लेकिन फ़िलहाल अभी तक उन्होंने किसी दूसरे के लिए कुछ नहीं बनाया है। वह जो भी चीज़ें बनाते हैं, उसे वीडियो के लिए ही बनाते हैं और कई लोग उनसे सोशल मीडिया के ज़रिए सम्पर्क करके भी कई चीज़ें बनाते रहते हैं।
लेकिन अपने सबसे बेहतरीन जुगाड़ के बारे में बात करते हुए प्रज्जवल कहते हैं, “अभी मेरा सबसे अच्छा आविष्कार बाकी है। मैं एक ह्यूमन ड्रोन बनाना चाहता हूँ, जिसमें दो लोग आराम से बैठकर उड़ सकें।"
हाल में उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन विषय के साथ कॉलेज में एडमिशन भी लिया है। लेकिन वह अपने यूट्यूब पर काम करना व ऐसे और जुगाड़ करना भी जारी रखना चाहते हैं।
आप प्रज्जवल के जुगाड़ू चैनल के बारे में ज्यादा जानने के लिए उन्हें यूट्यूब पर फॉलो कर सकते हैं।
संपादनः अर्चना दुबे
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