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Home प्रेरक बिज़नेस बिहार्ट- अपने स्टार्टअप के ज़रिए बिहार की बेटी बचा रही यहां की विलुप्त कलाएं

बिहार्ट- अपने स्टार्टअप के ज़रिए बिहार की बेटी बचा रही यहां की विलुप्त कलाएं

मधुबनी के अलावा भी बहुत सी कलाएं हैं बिहार के पास। इन्हें संजोने और संवारने का काम कर रही हैं सुमति और उनका स्टार्टअप Bihart।

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bihart

पढ़ाई के सिलसिले में ज़्यादातर समयपटना से बाहर रहीं सुमति जलान ने हमेशा महसूस किया कि बिहारियों को एक अलग ही नजर से ही देखा जाता है। जब वो लोगों को बतातीं कि वह बिहार से हैं तो लोग उन्हें कहते आप बिहारी तो नहीं लगती?

इस दौरान वह कई ऐसे लोगों से भी मिलीं, जो खुद को बिहारी कहलाने से भी हिचकिचाते थे। ऐसे में सुमति ने कुछ ऐसा करने की सोची जिससे हर बिहारी को उनकी संस्कृति और इतिहास पर गर्व हो सके।  

सुमति आज बिहार्ट नाम का एक स्टार्टअप चला रही हैं। यही नहीं इसके ज़रिए उन्होंने बिहार की  सुजनी, मंजूषा जैसी कला के साथ-साथ चिंगारी, फिशनेट और झरना जैसी बुनाई को भी फिर से जिन्दा कर दिया है। 

द बेटर इंडिया से बात करते हुए सुमति ने बताया कि लोग मधुबनी को छोड़कर बिहार के बारे में कुछ नहीं जानते थे। उनके परिवार की कला के प्रति रूचि के कारण सुमति का भी इस क्षेत्र में हमेशा से रुझान रहा। यही कारण था कि उन्होंने इस समृद्ध कला को अपना काम बनाया।  

बिहार की कला को दिलाई देशभर में पहचान 

Bihart bihari startup by Sumati Jalan

2018 में पटना आकर उन्होंने अपनी कॉर्पोरेट की नौकरी के साथ-साथ तीन बुनकरों को ढूंढा और एक छोटे स्तर पर  'Bihart' स्टोर लॉन्च कर छोटी सी शुरुआत करने का मन बनाया। 

वह चाहती थीं कि इन कलाओं को एक मॉडर्न रूप देकर आम लोगों से जोड़ा जाए। अपने ब्रांड के लिए वह विशेष रूप से बुनकरों से कपड़ा बुनवातीं और उसपर स्थानीय कलाकारों से सुजनी और ऐप्लिक आर्ट करवातीं। 

उन्होंने इस तरह कुर्ता, कुशन कवर जैसी चीजें बनाना शुरू किया। अपने बिज़नेस को देशभर में पहुंचाने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया की मदद ली। 

सोशल मीडिया पर बिहार्ट के बारे में पढ़ने के बाद कई लोग उनके स्टोर पर आने लगे। धीरे-धीरे उनके ब्रांड को सोशल मीडिया के ज़रिए पहचान मिलने लगी। 

उन्हें Vouge जैसी बड़ी मैगज़ीन से फ़ोन आया फिर मुंबई से एक-दो फैशन ब्लॉगर्स भी Bihart के बारे में समझने के लिए उन्हें कॉल करने लगे। इस तरह बिहार्ट के कपड़ों के देशभर से ऑर्डर भी मिले।  

सुमति ने अपने ब्रांड को पूरी तरह से सस्टेनेबल बनाया है। धागे के चुनाव से लेकर वेस्ट तक,  सबका ख्याल वो बखूबी रखती हैं। इस तरह आज यह जीरो वेस्ट ब्रांड 25 कारीगरों और तीन बुनकरों को रोजगार दे रहा है।  

साथ ही हर बिहारी को उनकी कला पर गर्व करने का सन्देश भी दे रहा है। आप बिहार्ट के बारे में जानने के लिए उनसे इंस्टाग्राम के ज़रिए संपर्क कर सकते हैं। 


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