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इस गणेश-चतुर्थी इन तरीकों से करें बप्पा को चढ़ने वाले फूलों का पुनः प्रयोग!

By निशा डागर

इस गणेश चतुर्थी गणपति को चढ़ने वाले फूलों को पानी में फेंकने की बजाय आप इनको नए तरीके से उपयोग में ला सकते हैं। जानिए ऐसे तीन संगठनों के बारे में जो फूलों को खाद या फिर अगरबत्ती का रूप दे रहे हैं।

पुणे का यह गणेश मंडल बना इंसानियत की मिसाल; गणेशोत्सव मनाने के पैसों से किया अनाथ युवक का इलाज!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के पुणे के नवशक्ति मित्र मंडल ने गणेश-चतुर्थी के महोत्सव के लिए जुटाया हुआ पैसा एक 22 साल के अनाथ लड़के के इलाज़ के लिए दान कर दिया है। इस बार मंडल ने तय किया है कि पिछले साल की तुलना में वे केवल 20% ही उत्सव पर खर्च करेंगें और बाकी, अस्पताल में लड़के के इलाज़ के लिए देंगें। 

मिलिए यूपी के रामवीर कश्यप से, 120 साल पुरानी मस्जिद की कर रहे हैं देखभाल!

By निशा डागर

उत्तर-प्रदेश के मुज़फ्फरनगर के नन्हेड़ा गांव में पिछले 25 सालों से एक मिस्त्री (मकान बनाने वाला) लगभग 120 साल पुरानी मस्जिद का रख-रखाव कर रहा है। 59 वर्षीय रामवीर कश्यप के लिए यह उनका 'धार्मिक' कर्तव्य है। आश्चर्य की बात यह है कि इस गांव में एक भी मुस्लिम नहीं है।

1400 प्रति माह से शून्य : कार्यकाल के पहले वर्ष की समाप्ति पर राष्ट्रपति का अनोखा तोहफ़ा!

By निशा डागर

भारत के राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले वर्ष के अंत में, राम नाथ कोविंद ने अपने कार्यालय में एक परिवर्तन लाने का फैसला किया है- उनके कार्यालय में सभी प्लास्टिक की बोतलों को अब कांच की बोतलों से बदल दिया जायेगा! पहले राष्ट्रपति भवन में हर महीने 1 लीटर की लगभग 1200 बोतल और 1/2 लीटर की लगभग 500 बोतले इस्तेमाल की जाती थीं।

मूर्ति चोरी होने से दुखी 61 वर्षीय मुस्लिम व्यक्ति ने मैसूर में बनवाया गणेश-मंदिर!

By निशा डागर

कर्नाटक में मैसूर के चामराजनगर ज़िले से 14 किलोमीटर दूर एक मुस्लिम व्यक्ति ने गणपति के लिए मंदिर बनाया है। जहां आने वाले दो दिनों में पुरे देश में गणेश चतुर्थी की धूम होगी वहीं टी. रहमान भी अपने इस मंदिर में विघ्नहर्ता की मूर्ति की प्रतिष्ठा करेंगें।

असम नाव हादसा: 11 साल के लड़के ने नदी में लगाई 3 छलांग, अपनी माँ और आंटी को बचाया!

By निशा डागर

बुधवार को असम के उत्तरी गुवाहाटी में एक नाव ब्रह्मपुत्र नदी में डूब गई थी। हादसे के समय नाव में 40 लोग सवार थे। इन्हीं लोगों में कमल, उसकी माँ और आंटी भी थे। 11 साल के इस कमल किशोर दास ने अपनी मां और आंटी को बचाने के लिए ब्रह्मपुत्र नदी में तीन बार छलांग लगाई और 20 मिनट में दोनों को बचा लिया।

अपनी पहचान छिपा एक आम नागरिक की तरह केरल की मदद की इस आईएएस अफ़सर ने!

By निशा डागर

केरल में बाढ़ के दौरान मछुआरे, स्वयंसेवकों, सज्जन पुरुषों और भारतीय सुरक्षा बलों ने साथ मिलकर राहत-बचाव कार्य किया। इन सभी सैंकड़ों हीरो, व हज़ारों स्वयंसेवकों के बीच एक कन्नन गोपीनाथन भी हैं। कन्नन गोपीनाथन दादरा और नगर हवेली के कलेक्टर हैं और उन्होंने केरल में राहत-बचाव कार्य भी किया- लेकिन बिना अपनी पहचान बताये।

कोलकाता ब्रिज हादसा: एक बार फिर मदद के लिए आगे आया सिख समुदाय!

By निशा डागर

मंगलवार को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में डायमंड हार्बर रोड पर मजेरहाट ब्रिज के गिरने से अफरा-तफरी मची हुई है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ब्रिज के नीचे फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुटे हुये हैं। ऐसे में बेहला गुरुद्वारा इन सभी के लिए लंगर, चाय व पानी प्रदान कर रहा है।

महाराष्ट्र: दफ्तर में 'पान' के धब्बों से चकित आईएएस अफसर ने खुद की दीवारें साफ़!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में लोगों द्वारा लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारीयों के काम और व्यवहार की लगातार शिकायतें सुनकर ज़िले के कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडेय बिना किसी पूर्व सुचना के विभाग के दौरे पर जा पहुंचे। उन्होंने वहां की गंदी दीवारें देख खुद उन्हें साफ़ करना शुरू कर दिया, जिससे सभी को सबक मिला।

केरल के अनाथालय से यूपीएससी तक: आईएएस मोहम्मद अली शिहाब की अविश्वसनीय कहानी!

By निशा डागर

केरल के मलप्पुरम जिले के पास एक छोटे से गांव में जन्में आईएएस अधिकारी मोहम्मद अली शिहाब नागालैंड के एक दुर्गम जिले कैफाइर में नियुक्त हैं। 11 साल की उम्र के बाद उनका जीवन अनाथ आश्रम में बीता। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया है।