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राजस्थान : अब देख सकेंगे उन युद्ध-स्थलों को जहाँ कभी लड़े थे अकबर, महाराणा जैसे वीर!

By निशा डागर

राजस्थान के भरतपुर शहर में भारतीय विरासत होटल एसोसिएशन (आईएचएचए) में दक्षिण पश्चिमी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल चेरीश मैथसन ने 'बैटलफील्ड/युद्धक्षेत्र पर्यटन' पर एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान में "युद्धक्षेत्र पर्यटन" विकसित करने की क्षमता है।

जानिए कैसे कर्नाटक में व्हाट्सअप ग्रुप के जरिये डॉक्टर बचा रहे हैं ज़िंदगियाँ!

By निशा डागर

चार साल पहले, मंगलुरु के कस्तुरबा मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर डॉ पद्मनाभ कामथ को यह जानकर सदमा लगा कि कर्नाटक के दूरगामी इलाकों में एक युवा मरीज की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी क्योंकि डॉक्टर वक़्त रहते उसका इलाज़ नहीं कर पाए। और यहीं से उनके व्हाट्सअप ग्रुप की शुरुआत हुई -'कार्डियोलॉजी एट डोरस्टेप'!

पहली बार प्रयाग कुंभ मेला 2019 का हिस्सा बनेगा 'किन्नर अखाड़ा'!

By निशा डागर

उत्तर-प्रदेश की संगमनगरी इलाहाबाद में 15 जनवरी 2019 कुंभ मेले की शुरुआत होगी। इस मेले का समापन 4 मार्च, 2019 को होगा।  और पहली बार किन्नर अखाडा लगभग 2, 500 सन्यासी और संतों के साथ इस मेले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि इनकी पेशवाई भी निकलेगी। 

यदि बच्चा 10वीं क्लास में है तो दिलवाएं ये टेस्ट, मिलेगी पीएचडी तक के लिए स्कॉलरशिप!

By निशा डागर

नेशनल टैलेंट सर्च परीक्षा (एनटीएसई) एक राष्ट्रीय स्तर के छात्रवृत्ति कार्यक्रम के साथ-साथ माध्यमिक विद्यालय स्तर पर नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) द्वारा आयोजित की जाने वाली भारत की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है।

भारत के इस गांव में पड़ती है सूर्य की सबसे पहली किरण!

By निशा डागर

अरुणाचल प्रदेश में एक गांव है जहां सूरज की सबसे पहली किरण पड़ती है। जिसका नाम है दोंग/दांग। प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ एक छोटा सा गांव, जो लगभग 4,070 फ़ीट की ऊंचाई पर है। सुबह के लगभग 4 बजे यहां सूर्योदय होता है। 

जानिए क्यों क्रिकेटर गौतम गंभीर ने लगाई बिंदी और पहना दुपट्टा; वजह दिल छू जाएगी!

By निशा डागर

भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर दिल्ली में हिजड़ा हब्बा के सातवें संस्करण के उद्घाटन में पहुंचे थे। और किन्नर समाज के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए उन्होंने बिंदी भी लगाई और दुपट्टा भी पहना। उनके इस कदम ने ट्विटर पर लोगों का दिल जीत लिया है।

शरतचंद्र चट्टोपाध्याय, जिनकी नायिकाओं ने सिखाया कि सतीत्व ही नारीत्व नहीं होता।

By द बेटर इंडिया

शरतचंद्र की स्त्री जीवन की परिकल्पना बहुत ही प्रगतिशील है। उन्होंने स्त्री को केवल स्त्री बने रहने से अलग मनुष्य बनने के लिए प्रेरित किया।

माँ-पिता गोरे हैं तो हे राम, तुम क्यों काले हुए?

By मनीष गुप्ता

यह हिन्दू धर्म की ही विशेषता है कि भगवान पूज्य भी है और दोस्त भी. गोपियाँ कृष्ण को उलाहने दे सकती हैं. अब के कान्हा जो आये पलट के, गालियाँ मैंने रक्खी हैं रट के.

राजस्थान के एक सरकारी शिक्षक की तस्वीर हो रही है ट्विटर पर वायरल, जानिए क्यों!

By निशा डागर

राजस्थान के एक सरकारी स्कूल के एक दिव्यांग शिक्षक संजय सेन की अपने छात्रों के पढ़ाते हुए एक तस्वीर ट्विटर पर वायरल हो रही है। संजय सेन साल 2009 से शिक्षा संबल परियोजना के तहत राज्य के सरकारी स्कूल में काम कर रहे हैं। 

वैदिक संस्कृत से लेकर रवीश कुमार की लप्रेक तक, जानिए 'हिंदी भाषा' की कहानी!

By निशा डागर

भारत में हर साल 14 सितम्बर को 'हिंदी दिवस' के रूप में मनाया जाता है। दरअसल, भारतीय संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को एक मत से यह निर्णय लिया कि ‘हिन्दी’ भारत की राजभाषा होगी। हिन्दी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिये सन् 1953 से संपूर्ण भारतवर्ष में 14 सितंबर को प्रतिवर्ष हिन्दी-दिवस के रूप में मनाया जाता है।