द बेटर इंडिया के माध्यम से किसान गंसू महतो सभी किसानों से अनुरोध करते हैं कि यदि उन्हें किसानी में कोई भी समस्या हो, तो वे बेझिझक गंसू जी को फोन कर सकते हैं या उनसे मिलने उनके घर जा सकते है।
उत्तराखंड : जैविक सब्जियां व फूल उगाकर लाखों में कमाते हैं राका भाई!.सबसे खास बात यह है कि इन सब्जियों के उत्पादन में जैविक खाद और जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल किया जाता है।
किसानों की समस्या को जड़ से मिटाने के लिए देश में आज उन्हें जैविक खेती की ओर मोड़ा जा रहा है, जिसमें किसी भी रसायन का प्रयोग न हो। पर यह समस्या तब तक हल नहीं हो सकती जब तक किसान विदेशी बीज अथवा कृतृम बीजों का इस्तेमाल करता रहेगा।
केवल 20 वर्षीय राजस्थान के किसान नारायण लाल धाकड़ बी. ए तृतीय वर्ष के छात्र हैं! युट्यूब पर उनके चैनल 'आदर्श किसान सेंटर' के 3 लाख से भी ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं, जहाँ वे अपने नए आविष्कारों की जानकारी देते हैं!
महाराष्ट्र के पुणे के जुन्नार तहसील के पिंपरी पेंढार गाँव में किसानों के लिए धनिया की खेती फायदेमंद साबित हुई है। ये किसान धनिये की खेती से लाखों का मुनाफ़ा कमा रहे हैं। पिछले साल तक जहाँ धनिया का एक गुच्छा 5-10 रूपये में मिलता था, वहीं आज उसकी कीमत 30 से 50 रूपये हो गयी है।
साल 2016 में गुजरात के खेड़ा जिले में स्थित ढूंडी गाँव में विश्व की पहली 'सौर सिंचाई सहकारी समिति'- ढूंडी सौर ऊर्जा उत्पादक सहकारी मंडली का गठन किया गया है।
हरियाणा के सैयदपुर गांव में एक किसान के परिवार में पैदा हुए, विपिन राव यादव आज हीड्रोपोनिक्स खेती कर हैं। यह खेती मिट्टी के बिना एक पॉलीहाउस में की जाती है। वीपिन ने हाइड्रोपोनिक्स और अन्य नई प्रौद्योगिकियों के बारे में सीखा जो खेती में चमत्कार कर सकते थी।