कहते हैं जब जागो तभी सवेरा, केरल के इस दंपत्ति ने 12वीं की परीक्षा पास करने के लिए रविवार की कक्षाओं में दाखिला लिया ताकि वे अपना बिज़नेस भी संभाल सकें और पढ़ भी सकें।
चेन्नई के केके नगर के एक कॉम्प्लेक्स में 10 साल से अधिक समय तक घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली अम्मा इस वायरस से जूझने के बाद लगभग एक महीने तक काम पर नहीं जा सकीं। यह काम उनकी आजीविका का एकमात्र स्रोत था।