Powered by

Latest Stories

HomeAuthorsकुमार देवांशु देव
author image

कुमार देवांशु देव

मध्य प्रदेश: तकनीक ने 1 लाख शिक्षकों को किया सशक्त, छात्रों के लिए अंग्रेजी सीखना हुआ संभव

मैरिको लिमिटेड के निहार शांति पाठशाला फनवाला ने मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से एक मजबूत शिक्षक सशक्तिकरण कार्यक्रम को शुरू किया है। इसके तहत उनका लक्ष्य सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी की शिक्षा बढ़ावा देना है।

कहानी खादी की: हजारों वर्षों की वह परंपरा, जिसने तय किया सभ्यता से फैशन तक का सफर

भारतीय समाज में खादी का इस्तेमाल सभ्यता के आरंभ से ही रहा है। इसने आजादी की लड़ाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यही कारण है कि खादी केवल कोई कपड़ा नहीं, बल्कि एक विचार है।

मिट्टी-पत्थर-लकड़ी से बनाते हैं घर, निर्माण में लगीं लकड़ियों से दस गुना उगाते हैं पेड़

स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, नई दिल्ली से पढ़ाई करने के बाद संदीप बोगाधी ने दिल्ली और बेंगलुरु के फर्मों के लिए काम किया। लेकिन, कुछ अलग करने की चाहत में, उन्होंने नौकरी छोड़ लद्दाख को ही अपना घर बना लिया।

लेडी बोस: जानिए उस हस्ती के बारे में, जिनके प्रयासों से मिला महिलाओं को वोट का अधिकार!

अबला बोस, रेडियो साइंस के पितामह जगदीश चंद्र बोस की जीवन संगिनी थीं। उन्होंने देश की महिलाओं को सामाजिक कुरीतियों से मुक्त कर, एक सम्मानित जीवन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

IIT Madras ने पेशेवरों और छात्रों के लिए शुरू किए कई ऑनलाइन कोर्स, जल्द करें आवेदन

IIT Madras ने एआई, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस के लिए 5 ऑनलाइन कोर्स शुरू किए हैं। इच्छुक उम्मीदवार 25 जनवरी 2021 तक आवेदन कर सकते हैं।

माँ-बेटी की जोड़ी ने शुरू किया मसालों का बिज़नेस, सैकड़ों महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर

दिल्ली में रहने वाली प्रज्ञा अग्रवाल ने अपनी बेटी आध्विका के साथ मिलकर अपनी ऑर्गेनिक स्पाइस कंपनी ORganic COndiments की शुरुआत 2016 में की। इसके तहत उनका उद्देश्य वंचित महिलाओं को रोजगार देने का है।

कभी जमीन पर गिरे आटे से भरते थे पेट, पढ़िए एक IRS अधिकारी की प्रेरक कहानी!

औरंगाबाद में सहायक आयकर आयुक्त के रूप तैनात IRS विष्णु औटी का बचपन काफी संघर्षों से भरा था। आलम यह था कि उन्हें अपना पेट भरने के लिए, चक्की मिल में फर्श पर गिरे हुए आटे को जमा करना पड़ता था।

वह मशहूर कवयित्री जिन्होंने एक वर्षा वन को बचाने के लिए छेड़ी देश की सबसे ऐतिहासिक आंदोलन!

ऐतिहासिक सेव साइलेंट वैली आंदोलन के दौरान मराठिनु स्तुति (Ode to a Tree) नाम की एक कविता इस आंदोलन की पहचान बन गई। इस कविता को आवाज सुगत कुमारी ने दी थी, जो इस आंदोलन का नेतृत्व भी कर रही थीं।