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प्रयागराज के फैसल से पंचायत के प्रहलाद चा तक

वेब सीरीज पंचायत में उपप्रधान के किरदार से लोगों के दिलों में बसने वाले फैसल मलिक को जब लुक्स की वजह से काम नहीं मिल रहा था, तो वह लोगों से कहते अगर किसी को काला मोटा और गंदा दिखने वाले आदमी की जरुरत है तो मुझे बुला लो, दूसरों को न सही लेकिन फैसल को अपने हुनर पर भरोसा था और आज उसी भरोसे और स्ट्रगल के दम पर उन्होंने अपनी खास पहचान बनाई है।

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प्रयागराज के फैसल से पंचायत के प्रहलाद चा तक

वेब सीरीज पंचायत में उपप्रधान के किरदार से लोगों के दिलों में बसने वाले फैसल मलिक को जब लुक्स की वजह से काम नहीं मिल रहा था, तो वह लोगों से कहते, "अगर किसी को काला मोटा और गंदा दिखने वाले आदमी की जरुरत है तो मुझे बुला लो।"
उन्होंने लोगों के तानों को ही अपनी ताकत बना लिया। प्रयागराज के फैसल ने स्कूली पढ़ाई यहीं से की, लखनऊ से B.com के बाद साल 2002 में MBA करने वह मुंबई आ गए। यहां उनका मन पढ़ाई से ज्यादा फिल्मों में रम गया। फैसल ने एक्टिंग में किस्मत आजमाई पर लुक्स की वजह से सिर्फ ‘Rejections’ ही मिले!

पेट भरने के लिए उन्होंने कभी टेप चिपकाया कभी एडिटिंग की, तो कभी स्टेशन पर रातें गुजारी! आखिरकार ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में इंस्पेक्टर का एक छोटा सा रोल मिला।

यहीं प्रयागराज के फैसल की राह की मुश्किलें कम होती गईं ।‘पंचायत’ में उप-प्रधान बनकर वह फूलेरा ही नहीं पूरे देश के प्यारे प्रहलाद चा बन गए। आशा है आपको भी संघर्ष और सफलता से भरी उनकी कहानी जरूर पसंद आई होगी।

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