कोरोना महामारी के कारण लोगों के बीच मानसिक तनाव काफी बढ़ गया, जिससे स्वाभाविक रूप से कई अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ा है। इस दौरान कई लोगों ने खुद को व्यस्त रखने और तनाव से बचने के लिए घर में बागवानी (All About Green Home) की राह चुनी।
आज हम आपको कुछ ऐसे पौधों के बारे में बताएंगे, जिसे घर में लगाने (All About Green Home) से आपको एक अलग खुशी और ताजगी का अनुभव होगा और आपकी जिंदगी से सभी तनाव गायब हो जाएंगे।
इसे लेकर भोपाल में टेरेस गार्डनिंग कर रहे शिरीष शर्मा बताते हैं, “स्ट्रेस रिलीफ के लिए हमेशा वैसे पौधों को चुनें, जो ऑक्सीजन अधिक छोड़ता हो और औषधीय गुणों से भरपूर होने के साथ-साथ उसकी सुगंध और खूबसूरती भी अच्छी हो। इसके अलावा, यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि पौधों को उगाना और देखभाल करना भी आसान हो।”
नीचे शिरीष कुछ वैसे पौधों (Stress Reliever Plants) का नाम सूझा रहे हैं, जिन्हें घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- तुलसी
तुलसी का पौधा हर घर में देखा जा सकता है। यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है और खांसी, जुकाम, बुखार जैसे कई बीमारियों में कारगर है।
शिरीष बताते हैं, “यह ऐसा पौधा है जो हमें चौबीसों घंटे ऑक्सीजन देता है। इसे घर में लगाने से एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।”
वह बताते हैं कि यदि आप इसे सर्दियों में लगाना चाहते हैं, तो बीजों के बजाय सीधे पौधा लगाएं। इससे पौधा जल्दी लगता है और आपको ज्यादा देखभाल करने की जरूरत नहीं होती है।
वह बताते हैं कि सर्दियों में अधिक पाला (ओस) पड़ने से पौधों को बढ़ने में काफी दिक्कत होती है और इसकी पत्तियां झड़ने लगती है। इसलिए इसे किसी कपड़े से ढंक दें या ऐसे गमले में लगाएं, जिसे एक जगह से दूसरे जगह पर रखना आसान हो।
वह बताते हैं कि दिन में तुलसी को पूरा धूप लगने दें और रात में इसे ओस से बचाने के लिए ऐसी जगह पर रख दें, जहां तापमान सामान्य रहता हो।
2. एलोवेरा
एलोवेरा को भी हवा को शुद्ध करने (Stress Reliever Plants) के लिए जाना जाता है। साथ ही, अपने औषधीय गुणों के कारण यह त्वचा और बालों की देखभाल से लेकर पथरी और डायबिटीज जैसे कई बीमारियों में कारगर है।
शिरीष बताते हैं कि एलोवेरा लगाने के लिए 60 फीसदी बगीचे की मिट्टी, 20 फीसदी बालू और 20 फीसदी वर्मी कंपोस्ट या गोबर की खाद का इस्तेमाल करना चाहिए।
वह बताते हैं कि एलोवेरा लगाने के लिए चिकनी मिट्टी या गिली मिट्टी से हमेशा बचना चाहिए। इसे हफ्ते में एक दिन पानी देना काफी है।
3. मोगरा
शिरीष बताते हैं कि मोगरा का फूल अपनी खुशबू के लिए जाना जाता है। इसे घर में खिड़कियों के पास लगा दें, जब हवा चलेगी तो इसकी सुगंध से पूरे घर का वातावरण खुशनुमा हो जाएगा।
वह बताते हैं कि जनवरी से मार्च तक, मोगरा लगाने के लिए सबसे अच्छा मौसम है। इसे आप लत और पेड़, दोनों तरह से लगा सकते हैं। इसके लिए कटिंग करना सबसे बेहतर है। पौधों को आप सीधे नर्सरी से भी खरीद सकते हैं।
इसमें हर दो महीने में खाद देनी चाहिए और मिट्टी सूखने पर ही सिंचाई करनी चाहिए। गमले में अधिक पानी जमा होने से पौधा खराब हो जाएगा।
4. पुदीना
शिरीष कहते हैं, “पुदीने की खुशबू काफी ताजगी से भरी होती है। साथ ही, यह औषधीय गुणों से भी भरपूर है। इसकी चार-पांच पत्तियों को अदरक और नींबू के साथ उबालकर सोते समय पीने से आपकी पूरी थकान दूर हो जाएगी।”
वह बताते हैं कि पुदीने को सर्दियों में लगाना सबसे आसान है। अभी बाजार में यह काफी आसानी से मिल जाता है। ऊपर की पत्तियों को छांट कर किसी गमले में लगा दें, कुछ दिनों में यह तैयार हो जाएगा और काफी फैलने लगेगा। जिसके बाद आप इसे अलग-अलग गमले में लगा सकते हैं।
वह बताते हैं कि एक बार पुदीना लगाने के बाद, यह सालोंसाल चलता रहता है। हालांकि, इसे ऐसी जगह पर लगाना चाहिए, जहां सीधी धूप न आती हो।
मिट्टी के तौर पर, 50 फीसदी बालू और 50 फीसदी वर्मी कंपोस्ट या गोबर की खाद का इस्तेमाल किया जा सकता है।
5. जरबेरा का पौधा
शिरीष बताते हैं कि जरबेरा की खुशबू काफी तेज होती है। यह एक सजावटी पौधा है और इसका इस्तेमाल गुलदस्ते में किया जाता है। वह बताते हैं कि इसका फूल 15-20 दिनों तक रहता है और इसे घर में लगाने से माहौल काफी खुशनुमा रहता है।
6. कृष्ण कमल
शिरीष बताते हैं कि कृष्ण कमल को राखी फूल नाम से भी जाना जाता है। इसकी महक आपके घर को बाग-बाग कर देगी। कृष्ण कमल बैंगनी, लाल, सफेद जैसे कई रंगों के होते हैं।
वह कहते हैं कि यह सालों भर फूलता है। इसे लगाने के लिए 50-60 फीसदी मिट्टी, 20% रेत और खाद का इस्तेमाल करें। लगाने के लिए 12 इंच के गमले का इस्तेमाल करें।
7. चम्पा
शिरीष कहते हैं कि चम्पा का पेड़ काफी बड़ा होता है और यह मूल रूप से जमीन पर लगने वाला फूल है। वैसे नर्सरी में, इसका गमले में लगने वाला पौधा भी मिलता है। यह पौधा 2-3 फीट ही बड़ा होता है और सालों भर फूल से भरा रहता है।
चम्पा का फूल काफी खूबसूरत होने के साथ ही, सुगंध में भी लाजवाब होता है। इसे लगाने के लिए बगीचे की मिट्टी, खाद और रेत का बराबर मात्रा में इस्तेमाल करें।
वह बताते हैं कि इसमें पतझड़ के मौसम को छोड़कर, सालों भर फूल लगा रहता है। इसकी नियमित रूप से छंटाई करते रहें, ताकि नई शाखाएं निकले और पौधे में अधिक से अधिक फूल लगे।
8. रात की रानी
शिरीष बताते हैं कि ‘रात की रानी’ का फूल चम्पा जैसा ही होता है। यह काफी मात्रा में ऑक्सीजन छोड़ता है। इसे पेड़ की तरह लगाने के साथ-साथ बेल की तरह भी उगा सकते हैं। रात की रानी का फूल शाम से लेकर सुबह तक खिलता है और इसकी खूशबू आपको तरोताजा कर देगी। परिजात का फूल भी ऐसा ही होता है।
9. ZZ पॉम
शिरीष कहते हैं कि यह कैक्टस प्रजाति का पौधा है। इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है और इसे घर के अंदर भी आसानी से लगाया जा सकता है।
वह कहते हैं कि इस लगाने के लिए 40-60 फीसदी रेत, 10-20 फीसदी खाद और बाकी मिट्टी का इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि आप इसे 10 दिनों में एक बार भी पानी देगें, तो काफी है।
वह बताते हैं कि इसकी पत्तियां बड़ी-बड़ी होती हैं और यह काफी मात्रा में ऑक्सीजन रिलीज करता है।
10. पीस लिली प्लांट
शिरीष कहते हैं कि पीस लिली घर और ऑफिस में लगाया जाने वाला एक बेहद सामान्य इनडोर प्लांट है। इसकी पत्तियां चमकीली और डार्क ग्रीन होती हैं और इसके सफेद रंग का फूल किसी का भी मन मोह लेगा।
वह कहते हैं कि यह हवा को शुद्ध करता है और तनाव मुक्त करने (Stress Reliever Plants) में मदद करता है। जो बागवानी में नए हैं, वह भी इसे आसानी से लगा सकते हैं। इसे कम धूप की जरूरत होती है।
तो देर किस बात की, आप भी इन Stress Reliever Plants को अपने घर में लगाएं और घर को पॉजिटिविटी से भर दें।
हैप्पी गार्डनिंग!
संपादन- जी एन झा
यह भी पढ़ें – न जगह न जानकारी, फिर भी महज़ 400 sq.ft में उगा दिए 15 किस्म की सब्जियां और 8 तरह के फल
यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें।
We at The Better India want to showcase everything that is working in this country. By using the power of constructive journalism, we want to change India – one story at a time. If you read us, like us and want this positive movement to grow, then do consider supporting us via the following buttons: