हम सभी जानते हैं कि कटहल से ब्लड सुगर लेवल कम होता है और यही वजह है कि इसे डायबिटीज के मरीज़ों के लिए बढ़िया माना जाता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के मुताबिक कटहल से ग्लाइकोसिलेटड हीमोग्लोबिन, FBG और PPG कम होता है। इसलिए कटहल को नियमित डाइट में लेना कारगर है। हालांकि, हमारे देश में कटहल को लेकर अभी भी ज्यादा जागरूकता नहीं है। लेकिन बाहर के देशों में कटहल को सुपरफ़ूड माना जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह आप अपने घर में कटहल का पौधा लगा सकते हैं।
अगर आपके घर में खुली या कच्ची जगह है तो आप वहां कटहल का पौधा लगा सकते हैं। लेकिन अगर आपके घर के आंगन में कोई खुली या कच्ची जगह नहीं है तो आप अपने घर की छत पर बड़े कंटेनर या ग्रो बैग में भी कटहल का पेड़ लगा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रहने वाले अभिजीत प्रजापति पिछले कई सालों से बागवानी कर रहे हैं। अभिजीत पेशे से शिक्षक हैं और अपने शौक के लिए बागवानी करते हैं। उन्होंने अपने घर में फल-सब्जियों के तरह-तरह के पेड़-पौधे लगाए हुए हैं। उनका अपना यूट्यूब चैनल भी है।
अभिजीत ने द बेटर इंडिया को बताया, “कटहल का पौधा बीज, कटिंग या फिर नर्सरी से लाए पौधे से लगाया जा सकता है। बीज और कटिंग से लगाने पर पौधे को विकसित होने में समय लगता है। लेकिन अगर आप नर्सरी से पौधे खरीदते हैं और इसकी सही देखभाल करते हैं तो यह विकसित होने में कम समय लेता है।” उन्होंने बताया कि अगर आप बीज से कटहल लगाना चाहते हैं तो बाजार से अच्छा पका हुआ कटहल खरीदकर लाएं और इसके बीजों को फेंकने की बजाय बो दें।
उन्होंने कहा, “अगर आप बीज से कटहल का पौधा लगा रहे हैं तो इस पर फल आने में लगभग सात साल का समय लग सकता है। लेकिन अगर नर्सरी से ग्राफ्टेड पौधा लाकर लगाया जाए तो इससे आपको लगभग तीन साल में ही फल मिलने लगते हैं।”
इस तरह से लगाएं कटहल
कटहल का पेड़ काफी तेजी से बढ़ता है, ऐसे में अच्छा होगा अगर आप पौधे को बड़े आकार के मजबूत कंटेनर जैसे किसी ड्रम में या फिर बड़े ग्रो बैग में लगाएं। कटहल के पेड़ को अच्छी धूप चाहिए होती है। इसलिए पौधे को ऐसी जगह लगाएं, जहां पर कम से कम छह से सात घंटे धूप आती हो।
- सबसे पहले कंटेनर लें और देखें कि इसका ड्रेनेज सिस्टम अच्छा हो।
- अब इसमें पॉटिंग मिक्स भरें।
- पॉटिंग मिक्स तैयार करने के लिए आप 70% मिट्टी और 30% गोबर की खाद मिला लें।
- पॉटिंग मिक्स भरने के बाद कंटेनर में कटहल का बीज या कटिंग लगा दें।
अभिजीत कहते हैं कि अगर आपने बीज लगाया है तो लगभग एक हफ्ते में यह अंकुरित हो जाता है। लेकिन कटिंग को विकसित होने में एक महीने से ज्यादा समय लग सकता है। इसलिए धैर्य रखें और पौधे की देखभाल करते रहें।
- पानी देते समय इस बात का ध्यान रखें कि कंटेनर में पाने ठहरे नहीं और साथ ही, मिट्टी में नमी भी बनी रहे।
- हमेशा मिट्टी को चेक करते रहें और अगर आपको लगे कि मिट्टी सूख रही है तो इसमें पानी दें।
- लगभग एक-डेढ़ महीने में आपका पौधा बढ़ने लगता है।
- बीच-बीच में आप जैविक खाद भी देते रहें जैसे तरल खाद, केंचुआ खाद आदि आप पौधे को दे सकते हैं।
- पौधे के पत्तों और तने पर ध्यान दें कि कोई कीट या बीमारी तो नहीं लगी।
- इसे कीटों से बचाने के लिए आप बीच-बीच में जैविक कीटप्रतिरोधक का छिड़काव भी कर सकते हैं।
अभिजीत का कहना है कि कटहल के पौधे को पूरा विकसित होने में समय लगता है। इसलिए सबसे बड़ी चीज है कि आप लगातार पौधे की देखभाल करते रहें। क्योंकि जब इस पर फल आएंगे तो आपको अपनी यह मेहनत सफल लगेगी। इसलिए देर किस बात की, आज से ही करें अपने घर में कटहल के पौधे लगाने की प्लानिंग।
हैप्पी गार्डनिंग!
संपादन- जी एन झा
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