महिला किसान से जानिए कैसे कच्ची हल्दी की प्रोसेसिंग से कर सकते हैं बिज़नेस

कच्ची हल्दी से छोटे स्तर पर पाउडर और अचार बनाने के लिए आप अपने किचन में उपलब्ध सामान का ही इस्तेमाल कर सकते हैं!

यदि आप किसी की रसोई में जाते हैं तो एक चीज आपको हर जगह मिलेगी और वह है हल्दी। हल्दी सिर्फ एक मसाला ही नहीं है बल्कि यह औषधि भी है। खांसी-जुकाम से लेकर चोट लगने तक में, हल्दी का उपयोग होता है। हल्दी में इम्युनिटी बढ़ाने के साथ-साथ एंटी-सेप्टिक गुण भी होते हैं। ऐसे में यदि आप हल्दी की खेती करते हैं तो यह जरूरी है कि आप खुद इसका प्रोसेसिंग कर ढेर सारे उत्पाद बनाकर बाजार तक पहुँचाएं। आज द बेटर इंडिया आपको हल्दी की प्रोसेसिंग करने वाली एक महिला किसान से रू-ब-रू करवाने जा रहा है, जो न केवल हल्दी उपजा रहीं हैं बल्कि हल्दी पाउडर से लेकर अचार तक बना रहीं हैं।

सर्दियों के मौसम में हम सभी के घर में हल्दी का इस्तेमाल और बढ़ जाता है। कच्ची हल्दी को कई तरह से प्रोसेस करके खाया जाता है। ऐसे में यदि आप खुद जैविक तरीकों से हल्दी उगा रहे हैं तो इसे प्रोसेस कर बाजार तक पहुँचाने की कोशिश करें। जैसा कि पंजाब में पटियाला की रहने वाली प्रियंका गुप्ता कर रहीं हैं।

प्रियंका अपने पिता की 4 एकड़ ज़मीन पर खेती कर रहीं हैं। इसके साथ ही, वह अपनी लगभग सभी तरह की उपज को प्रोसेस करके उत्पाद बनाकर भी बेचतीं हैं, जिससे उन्हें ज्यादा मुनाफा हो रहा है। प्रियंका बतातीं हैं कि प्रोसेसिंग करके उत्पाद बनाना और फिर इसकी मार्केटिंग की राह उन्हें हल्दी से ही मिली।

प्रियंका ने द बेटर इंडिया को बताया, “मेरी माँ हमेशा घर में उगी हल्दी को या तो पीसकर पाउडर बना लेतीं थीं या फिर अचार बनातीं थीं। उनका बनाया अचार और पाउडर न सिर्फ उनके अपने घर में बल्कि रिश्तेदारों के यहाँ भी खूब चाव से खाया जाता था। पहले तो हम अनाज, सब्जियां, फल, दाल आदि सभी को यूँ ही मंडी में देते थे। लेकिन फिर एक बार हल्दी बहुत ज्यादा हुई और मेरे मन में ऐसे ही, मम्मी की अचार रेसिपी ट्राई करने की इच्छा हुई और मैंने इसका अचार बना दिया।”

 

Turmeric Powder
Priyanka Gupta

प्रियंका ने हल्दी का जो अचार बनाया, उसके बारे में अपने एक-दो जानकारों से कहा और उन्हें टेस्ट कराया। देखते-ही-देखते उनका सारा अचार बिक गया और फिर बहुत से लोगों ने उन्हें अगले साल के लिए भी सम्पर्क किया। फिर यहीं से उन्होंने अपनी उपज को प्रोसेस करके बिक्री करने का फैसला किया क्योंकि उन्हें प्रोसेसिंग में ज्यादा मुनाफा मिला।
प्रियंका कहतीं हैं कि फिलहाल, उनके घर पर बने जैविक हल्दी पाउडर की बहुत ज्यादा मांग है इसलिए वह हल्दी पाउडर भी काफी मात्रा में बनाते हैं।

“हम लोगों की मांग के हिसाब से काम करते हैं। कई बार अचार की डिमांड बढ़ जाती है तो कभी हल्दी पाउडर की। पिछले एक साल से हल्दी पाउडर की काफी ज्यादा मांग आ रही है। लोगों को जैविक का महत्व समझ में आ रहा है तो वह कम से कम बेसिक चीजें जैसे मसाले जैविक खाना चाहते हैं। इसलिए मैं हमारे आस-पास हल्दी की खेती करने वाले किसानों को सलाह भी देती हूँ कि एक बार वह इसकी प्रोसेसिंग करके इसे मार्किट करें। यक़ीनन उन्हें ज्यादा मुनाफा मिलेगा,” उन्होंने बताया।

आगे प्रियंका उन लोगों के लिए हल्दी की प्रोसेसिंग के कुछ टिप्स साझा कर रहीं हैं जो अपने यहाँ हल्दी उगाते हैं!

1. कैसे कर सकते हैं प्रोसेसिंग?

प्रियंका: सबसे पहले आप अपने आस-पास की मांग देखिए। अगर आपको लगता है कि आपके इलाके में मसालों के लिए ज्यादा अच्छा बाज़ार है तो इसका पाउडर बनाएं। यदि आपके इलाके में अचार की अच्छी-खासी मांग है और आपको लगता है कि आपके अचार के लिए पर्याप्त ग्राहक हो पाएंगे तो आप इसका अचार बनाइए। अपने आसपास के माहौल को समझना ज़रूरी है क्योंकि इससे आपको पता चलेगा कि क्या प्रोडक्ट चल सकता है और क्या नहीं।

हल्दी का पाउडर और अचार, दोनों ही बनाना काफी आसान है। सबसे पहली सलाह यही है कि आप दोनों ही प्रोडक्ट छोटे स्तर पर बनाएं यानी कि कम मात्रा में। इससे आपको एक अंदाज़ा होगा कि मांग है या नहीं। फिर जिस प्रोडक्ट की मांग ज्यादा हो उस पर फोकस करें।

हल्दी का पाउडर बनाने के लिए सबसे पहले कच्ची हल्दी को हार्वेस्ट के बाद अच्छे से साफ़ कर लें और इसे छांव में सुखाएं। इसके बाद आप इसे उबाल लें और फिर से छांव में सूखा दें। एक-दो दिन सूखने के बाद आप कच्ची हल्दी को पतले-पतले स्लाइस में काट लें। अब इन्हें धूप में सुखाएं।

 

Make Turmeric Powder
Slice the turmeric and steam it, then dry it out and make a powder (Rep Image)

कुछ दिन धूप में सुखाने के लिए हल्दी के इन स्लाइस को आप ग्राइंडर से पीस सकते हैं या फिर मात्रा कम है तो आप हाथ से भी यह काम कर सकते हैं। आपका हल्दी पाउडर तैयार होगा।

वहीं कच्ची हल्दी का अचार बनाने की विधि भी आसान है। इसके लिए आपको कच्ची हल्दी के अलावा भी और चीजों की ज़रूरत होगी।

2.कच्ची हल्दी का अचार कैसे बनाया जाए, इसके लिए क्या-क्या चाहिए?

प्रियंका: अचार बनाने के लिए आपको कच्ची हल्दी, सरसों का तेल, नमक, लाल मिर्च, मेथी, हींग, नीबू रस, सौंफ और कलौंजी चाहिए।

इस विधि से अचार बना सकते हैं:

  • हल्दी को छीलिये और धोकर पानी सुखाने के लिये थोड़ी देर के लिये धूप में रख दीजिये।
  • अब इस छिली हल्दी को बारीक काट लीजिए।
  • अब सरसों का तेल कढ़ाई में डाल कर अच्छी तरह गरम करके, थोड़ा सा ठंडा कर लीजिये।
  • तेल में हींग, मैथी और सारे मसाले और हल्दी के टुकड़े डाल कर अच्छी तरह मिलाइये।
  • अब ऊपर से इस अचार में नींबू का रस मिलाइये।
  • ऊपर से नीचे तक अचार को अच्छे से मिला लीजिए।
  • हल्दी का अचार बन चुका है।

हल्दी के अचार को एकदम सूखे कांच या चीनी मिट्टी के कन्टेनर में भर कर रख लीजिये, संभव हो तो अचार के कन्टेनर को 2 दिन धूप में रख दें, धूप में रखने से अचार की सैल्फ लाइफ बढ़ जाती है और अचार स्वादिष्ट भी हो जाते हैं।

2. उत्पाद को बाजार तक पहुँचाने के लिए कैसे लें सर्टिफिकेशन?

प्रियंका : किसी भी तरह के फ़ूड बिज़नेस के लिए FSSAI सर्टिफिकेट की ज़रूरत होती है। लेकिन आप ट्रायल फेज में यानी कि जब आप सिर्फ ट्राई कर रहे हैं कि क्या आपके प्रोडक्ट को मार्केट मिल सकता है, तब आप इसके लिए अप्लाई न भी करें तो चलेगा। लेकिन जब आप यह ठान लें कि आपको प्रोडक्ट्स बेचने हैं और अपना ब्रांड नाम बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले आप FSSAI सर्टिफिकेट लें। इससे आपको हमेशा एक सुरक्षा की भावना रहती है।

3. उत्पाद का बाजार किस तरह बनाया जाए

प्रियंका: जब बात बाजार की आती है तो आप अपने आसपास के लोगों से शुरुआत करें। अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को अपने प्रोडक्ट्स ट्रायल के लिए दें। उनका फीडबैक लें और अगर उनसे सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलती है तो पूछें कि क्या आप खरीदेंगे यह प्रोडक्ट। इसके अलावा, आप अपने यहाँ किराने वालों को पूछ सकते हैं।

आजकल सबसे अच्छा तरीका है सोशल मीडिया। सोशल मीडिया पर अपने प्रोड्क्ट का प्रचार करें और अपने इलाके के फेसबुक ग्रुप से जुड़ें। अपनी कम्युनिटी खुद ढूंढें।

4. प्रोडक्ट का मूल्य, पैकेजिंग आदि कैसे तय की जाए?

प्रियंका: जब आप प्रोडक्ट का मूल्य तय करते हैं तो आपका रॉ मटेरियल पर कितना खर्च हुआ और साथ में आपकी मेहनत का आपको कितना दाम मिलना चहिए, यह भी जोड़ लें। कभी-कभी होममेड और केमिकल फ्री प्रोडक्ट्स का मूल्य बाज़ार के प्रोडक्ट्स से ज्यादा हो जाता है। लेकिन आपने अचार और हल्दी पाउडर का टेस्ट अगर अच्छा है और हर ऑर्डर में बरकरार है तो लोगों को अतिरिक्त पैसा देने में दिक्कत नहीं होगी।

हल्दी पाउडर के लिए ऐसे पैकेट का इस्तेमाल करें, जिसमें नमी न हो। अचार के लिए कांच की बोतल या फिर फ़ूड ग्रेड प्लास्टिक पैकिंग आप इस्तेमाल कर सकते हैं। ऑर्डर की डिलीवरी अगर आपके अपने शहर या आसपास है तो आप खुद यह मैनेज कर सकते हैं। इससे लागत नहीं बढ़ेगी। बाकी अगर कहीं दूर डिलीवर करना है तो ऐसा डिलीवरी पार्टनर चुने जो डिलीवरी बिना किसी नुकसान के सही समय पर करता हो।

5. आगे बढ़ने के कुछ टिप्स?

  • सबसे पहले तो अपने प्रोडक्ट्स को पूरी ईमानदारी से बनाएं।
  • ग्राहकों से हमेशा सच कहें और उनका फीडबैक लें।
  • प्रोडक्ट की मांग के हिसाब से काम करें। एकदम बहुत ज्यादा इन्वेस्ट न करें।
  • हमेशा नए ग्राहक तलाशें लेकिन पुराने ग्राहकों से ऐसा रिश्ता बनाएं कि वह हमेशा आपसे जुड़े रहें।
  • शुरुआत अपने घर से और कम साधनों में करें ताकि नुकसान की सम्भावना न हो।

तो देर किस बात की, अगर आप हल्दी उगा रहे हैं तो प्रोसेसिंग की एक कोशिश तो बनती ही है। और किसी के लिए न सही सबसे पहले अपने घर से ही शुरुआत करें। अपने लिए हल्दी पाउडर या अचार बनाएं और लोगों की प्रतिक्रिया लें।

आप प्रियंका गुप्ता से 98552 34222 पर संपर्क कर सकते हैं।

संपादन – जी. एन झा 

 

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